इंडियन इंडस्ट्री ने मौद्रिक नीति का रुख उदार बनाए रखने के रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के दृष्टिकोण का स्वागत किया है। इंडस्ट्री और कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ़ इंडिया के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि RBI ने तरलता समर्थन, निर्यात पुनरुद्धार, कर्ज सहायता तथा कारोबारी सहूलियत में सुधार के तौर पर कई उपाय किए हैं। इनसे RBI की अपेक्षा के मुताबिक, तीन स्तरीय गति से बढ़ोतरी को आवश्यक प्रोत्साहन प्राप्त होने की आशा है। वही उद्योग संगठन फिक्की की अध्यक्ष संगीता रेड्डी के अनुसार, रेपो रेट में कटौती करने के बजाय अन्य उपायों का ऐलान किया गया है जो ब्याज रेट घटाने में सहायता करेंगे। एसोचैम के महासचिव दीपक सूद का कहना था कि RBI के निर्णयों में कोरोना महामारी से पैदा हुए अभूतपूर्व हालात का सामना करने का संकल्प झलकता है। महिंद्रा मैनुलाइफ म्यूचुअल फंड के एमडी एवं सीईओ आशुतोष बिश्नोई का कहना था कि इस नीतिगत ऐलान की सबसे अच्छी बात सबकी बेहतरी के लिए उदार रुख बनाए रखना है। साथ ही रिलायंस होम फाइनेंस के सीईओ रविंद्र सुधलकर ने कहा कि हाउसिंग लोन पर खतरे को तार्किक बनाने का रिजर्व बैंक का कदम स्वागत तुल्य है। स्पाइकर जीवनशैली के सीईओ संजय वखारिया ने कहा कि दरें अपरिवर्तित हैं, ऐसे में उच्च महंगाई दर निश्चित तौर पर चिंता का विषय है। हम छोटे जिलों में व्यवसाय के बेहतर पुनरुद्धार की आशा कर रहे हैं। बैंकिंग और वित्त क्षेत्र के एक्सपर्ट्स ने भी RBI के निर्णय से सहमति व्यक्त की है। वही आरबीआई के इस फैसले का सभी ने स्वागत किया है। फेक TRP केस: इंडिया टुडे का कबूलनामा, कहा- BARC ने लगाया था 5 लाख का जुर्माना काले धन के खिलाफ भारत की बड़ी जीत, स्विस बैंक ने सौंपी भारतीयों के बैंक खातों की दूसरी लिस्ट भारतीय मूल के पुरस्कार विजेता हार्वर्ड बने बिजनेस स्कूल के डीन