देश की राजनीति में बंगले का महत्त्व बढ़ता ही जा रहा है. जहा एक और यूपी में अखिलेश यादव इस विवाद में उलझे हुए है वही अब कर्नाटक में विपक्ष के नेता बीएस येदियुरप्पा ने जेडी (एस)-कांग्रेस सरकार द्वारा आवंटित बंगले को लेने से मन कर दिए है उन्होंने बंगला नंबर 2 माँगा था जिसमे वे मुख्यमंत्री के रूप में रहे थे. मगर उन्हें 30 जून को राज्य सरकार द्वारा किए गए एक परिपत्र में रेस कोर्स रोड पर बंगला नंबर 4 आवंटित किया गया. नाराज येदियुरप्पा ने कहा, "चूंकि मुख्यमंत्री ने मेरे अनुरोध को नहीं माना है, इसलिए मैं सरकार द्वारा दिया गया घर नहीं लूंगा. मैं बेंगलुरू जाउंगा तो डॉलर्स कॉलोनी स्थित अपने घर में रहूंगा." येदियुरप्पा ने अपने 'भाग्यशाली' बंगला संख्या 2 प्राप्त करने पर जोर दिया था क्योंकि उन्होंने वहां रहते हुए कई 'वास्तु-शिकायत' परिवर्तन किए थे. सूत्रों का कहना है कि येदियुरप्पा का मानना है कि यह घर का वास्तु था, जिसने उन्हें दो बार पहले मुख्यमंत्री बनने में मदद की. येदियुरप्पा के करीबी सूत्रों ने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को बंगला संख्या 4 आवंटित करने का फैसला जेडी (एस) के सर्वोच्च नेता और पूर्व प्रधान मंत्री एचडी देवेगौड़ा से प्रभावित हो सकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि अगर येदियुरप्पा को बंगला संख्या 2 आवंटित किया गया तो ज्योतिष और वास्तु में दृढ़ आस्तिक गौड़ा को येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री के रूप में वापसी का डर था. कावेरी विवाद पर आज हो सकता है कोई बड़ा फैसला जेडीएस-कांग्रेस की सरकार का टिका रह पाना मुश्किल:सिद्धारमैया कर्नाटक की सरकार गिराने में क्यों दिलचस्पी नहीं है बीजेपी की? कही .....