गाँधी नगर: गुजरात पुलिस ने रविवार को बिलिमोरा के एक गांव से 3।5 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित करेंसी जब्त की है। इस संबंध में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि नोटबंदी को दो साल चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने 8 नवंबर 2016 को भ्रष्टाचार के खतरे को रोकने के उद्देश्य से 1000 और 500 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया था। 9 साल के बच्चे को देखकर फिसली 36 साल की महिला की नियत, कमरे में किया बंद और... स्थानीय अपराध शाखा के जांच अधिकारी, शैलेशगिरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया है कि, "हमने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से एक कार और साढ़े तीन करोड़ रुपये की पुरानी करेंसी जब्त की गई है।" पुलिस ने बताया है कि बरामदगी में पुराने 1000 हजार रुपये के 13432 नोट और पुराने 500 सौ रुपये के 43300 नोट शामिल हैं। जबकि अभी जांच जारी है। बच्ची को अपने साथ अकेले कमरे में ले गया सफाई कर्मचारी और फिर खेला गन्दा खेल... इससे पहले, नरेंद्र मोदी ने अपनी 8 नवंबर की घोषणा के साथ देश को बड़ा झटका दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री का कदम शायद ही अभूतपूर्व था। इससे पहले भी भारत में दो बार नोटबंदी हो चुकी है। पहली नोटबंदी तब हुई थी जब देश से अंग्रेजों के आज़ाद होने से डेढ़ साल पहले जनवरी 1946 में रु 1000, 5000 और रु 10000 रु के नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया था। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 1938 में पहली बार छापे गए 10,000 रुपये का नोट देश की सबसे बड़ी थी, 1954 में तीनों नोटों को फिर से शुरू किया गया था। लेकिन 1977 में जनता दल की पार्टी सत्ता में आई और मोरारजी देसाई ने 16 जनवरी में 1978 को इन नोटों को फिर से बंद कर दिया। खबरें और भी:- बच्ची का रस्सियों से बंधा शव देखकर मची सनसनी, पुलिस ने जताई यह आशंका बेटी को पत्नी समझकर पास में लेट गया बाप और बनाने लगा संबंध... पहले पति ने किया गर्भवती पत्नी के साथ ऐसा काम और फिर रातभर....