पिछले हफ्ते कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का विमान हुबली में लैंडिंग के दौरान डगमगा गया था जिसे प्रथम दृष्टि में तकनीकी खामी का नाम दे कर जांच की इतिश्री कर ली गई थी. जिस पर कांग्रेस पार्टी ने तकनीकी खामी के मामले में विमान कंपनी के एक सदस्य और कॉकपिट क्रू के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी. मगर इसके खिलाफ चार्टर्ड विमान ऑपरेटरों के संगठन बिजनेस एयरक्राफ्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन (BAOA) ने FIR किये जाने की निंदा करते हुए एक बयान जारी कर कहा कि इस तरह की किसी घटना का इस्तेमाल राजनीतिक मकसद से नहीं होना चाहिए और इससे चार्टर्ड विमानों के कुल परिचालन की सुरक्षा बुरी तरह प्रभावित हो सकती है. बता दें कि पिछले हफ्ते 26 अप्रैल को राहुल गांधी सहित कुछ लोगों को नई दिल्ली से उत्तरी कर्नाटक के हुबली ले जा रहे विमान में उतरते समय तकनीकी गड़बड़ी सामने आई थी. इसके बाद नागर विमानन मंत्रालय ने डीजीसीए को इसकी जांच का आदेश दिया था. BAOA के बयान में कहा गया है कि बीएओए इस बात को लेकर काफी चिंतित है कि एक वरिष्ठ राजनीतिक नेता को ले जा रही चार्टर्ड उड़ान से जुड़ी घटना में ऑपरेटर और पायलटों के खिलाफ पुलिस में आपराधिक लापरवाही की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इसमें कहा गया है कि शुरुआती रिपोर्ट्स से पता चलता है कि विमान में उड़ान के दौरान तकनीकी गड़बड़ी आ गई थी. इसके बाद पायलटों ने मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत हालात का आकलन करते हुए विमान को सुरक्षित लैंड कराया. कांग्रेस पार्टी के दबाव के बाद ही जांच के आदेश भीं दिए गए थे. राहुल गाँधी के साथ हादसा और उसकी जांच ठन्डे बस्ते में ! कर्नाटक: बीजेपी की कथनी-करनी और सवालात मुद्दे जिन पर बिछी है कर्नाटक की सियासी बिसात