इंदौर/ब्यूरो। विजय नगर क्षेत्र में जिस रेस्ट्रो द बार में दो पक्षों में विवाद के बाद पब व बार संचालक पीयूष ठाकुर पर शनिवार रात गोलियां चलाई गई थीं, उस बार में जांच के बाद कुछ अनियमितताएं भी सामने आई हैं। इस मामले में आबकारी विभाग की जांच के बाद प्रशासन बार संचालक पर जुर्माना भी लगा सकता है। इस बार का लाइसेंस पीयूष के पिता के नाम पर है। पीयूष को गोली लगने के बाद उसकी जगह बार कोई और चला रहा था। रविवार को जब आबकारी अधिकारियाें का दल जांच के लिए पहुंचा तो वहां पीयूष की जगह किसी अन्य कर्मचारी को देखा। आबकारी अधिनियम और बार लाइसेंस की शर्तों के अनुसार बार संचालक से नौकरनामा मांगा गया तो वह प्रस्तुत नहीं कर सका। अधिकारियों ने रिकार्ड भी जांचा - उल्लेखनीय है कि लाइसेंसधारी की जगह कोई अन्य व्यक्ति बार चलाता है तो उसे विभाग को यह लिखकर देना होता है कि सुविधा के लिहाज से उसकी अनुपस्थिति में उसकी जगह वह व्यक्ति बार चलाएगा। इस दस्तावेज को ही नौकरनामा कहा जाता है। अधिकारियों ने बार का रिकार्ड भी जांचा। इसमें पता चला कि बार में शराब की बिक्री और स्टाक आदि का कोई लेखा-जोखा अपडेट नहीं था। रजिस्टर में रोज नहीं हो रही थी इंट्री - आबकारी अधिकारी राजीव द्विवेदी, राजीव मुद्गल आदि दल यह देखने पहुंचे थे कि बार में लाइसेंस की शर्तों का पालन हो रहा है या नहीं? जांच में पाया गया कि बार में शराब की आवक और बिक्री के हिसाब-किताब का रजिस्टर अधूरा है। इसमें हर दिन एंट्री नहीं की जा रही है। अधिकारियों ने परमिट के अनुसार शराब के ब्रांड चेक किए जो सही पाए गए। जांच अधिकारी सोमवार को सहायक आयुक्त आबकारी एवं अपर कलेक्टर राजेश राठौड़ को जांच रिपोर्ट सौंपेंगे पेश करेंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। भूमाफिया और बिल्डरों पर जारी है निगम की कार्रवाई, अवैध निर्माणों पर चलर रहा बुलडोजर ऐसा होगा महाकाल मंदिर का नया स्वरूप मध्यान्ह भोजन योजना के क्रियान्वयन में न आए कोई बाधा - मुख्यमंत्री चौहान