बेंगलूरूः बीते कुछ दिनों देश में आतंकी गतिविधियों में इजाफा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों ने कई ऐसे हमले नाकाम भी कई हैं। आतंकी संगठन अब दक्षिण भारत में अपना पैर पसारने की कोशिश में हैं। कर्नाटक के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कहा है कि बैंगलुरू और मैसूर जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश का हब बन चुका है। बोम्मई ने कहा कि हमारी पुलिस इसके लिए सभी एतिहात कदम उठा रही है। तटीय कर्नाटक के साथ-साथ आंतरिक कर्नाटक में भी उनका आंदोलन तेज हो गया है। हाल ही में एनआइए के चीफ वाईसी मोदी ने खुलासा किया था कि जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्‍लादेश भारत में तेजी से अपना पैर पसार रहा है। उन्होंने कहा था कि इस संगठन ने भारत में अपनी गतिविधियां तेज कर दी है। उन्होंने कहा था कि बांग्लादेशियों की आड़ में यह झारखंड, महाराष्ट्र, केरल, असम, कर्नाटक में सक्रिय है। वाईसी मोदी ने कहा कि पाकिस्तान की स्टेट पॉलिसी है आतंकियों की मदद करना। उन्होंने आगे कहा था कि 125 संदिग्धों की सूची राज्यों को सौप दी गई है जो जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्‍लादेश से जुड़े हैं। एनआईए के महानिरिक्षक ने भी बताया था कि जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्‍लादेश ने बेंगलुरू में अपना ठिकाने बना लिए हैं। उन्होंने कम से कम 20 से 22 ठिकाने यहां स्थापित किए है। मालूम हो कि जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश का आतंकी संगठन है। इस आतंकी संगठन की स्थापना 1998 में मौलाना अब्दुर रहमान उर्फ शेख अब्दुर रहमान ने की थी। दरअसल, इस संगठन का उद्देश्य था कि वह बांग्लादेश की सरकार को गिराकर शरीयत कानून के अनुसार बांग्लादेश को पूरी तरह से इस्लामिक स्टेट बना दें। FATF ने पाकिस्तान को दी वार्निंग, जनरल रावत बोले- अब पाक पर एक्शन लेने का दबाव पीयूष गोयल ने नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी पर साधा निशाना, कही यह बात कमलेश तिवारी हत्याकांड: सूरत से तीन संदिग्ध और बिजनौर से दो मौलाना गिरफ्तार