मंडला: मध्य प्रदेश के मंडला जिला मुख्यालय से 22 किलोमीटर दूर मंडला-जबलपुर मार्ग पर नर्मदा नदी के किनारे प्रकृति का एक अनुपम तोहफा देखने को मिलता है। ग्राम बबेहा से 2 किमी भीतर जंगल के मार्ग पर तीनों ओर नर्मदा एवं बरगी डैम के बैक वाटर से घिरा एक कुंड है। इसकी विशेषता है कि ठंड के मौसम में भी इस कुंड का पानी गर्म ही रहता है। इसी कारण इसे गर्म पानी के कुंड के नाम से भी जाना जाता है। बहुत पुराना यह कुंड बरगी के बैक वाटर के कारण विलुप्त हो गया था। दो वर्ष पहले इसका नए प्रकार से जीर्णोद्धार कराया गया। इससे पहले भी इसका कायाकल्प किया गया था। लगभग 250 फीट गहरे इस कुंड को पक्का बनाया गया है। यह स्थान एक अच्छे पिकनिक स्पॉट के रूप में लोकप्रिय हो चुका है। कहा जाता है कि इस कुंड के पानी में सल्फर मिला हुआ है। इसके कारण इस कुंड में नहाने से चर्म रोग के रोगियों को फायदा होता है। क्षेत्रीय नागरिक रविंद्र कछवाहा ने बताया कि हम लोग पड़ोसी ग्राम सागर से हैं। हम लोग बचपन से ही यहां आ रहे हैं। इस कुंड की खासियत यह है कि इसका पानी गर्म रहता है। इसके पानी में सल्फर होने के कारण यहां नहाने से चर्म रोगों से मुक्ति प्राप्त होती है। यह बहुत पुराना कुंड है। पहले यह जगह अधिकतर पानी में डूबी रहती थी। लगभग 10 साल पहले इसी ऊंचाई बढाकर इसका कायाकल्प किया गया है। पर्यटक महजबीन फातिमा ने बताया कि वह अपने ससुराल वालों के साथ यहां आई हैं। यहां की विशेष बात यह है कि तीनों तरफ से पानी के बीच यह गर्म पानी का कुंड है। ठंड में घूमने के लिए यह जगह बहुत फेमस है। गर्म पानी में नहाने का मौका तथा आस-पास घूमने की प्राकृतिक जगह इसे बेहद खास बना देती है। यह कुंड बहुत पुराने जमाने से, मगर अब यह अधिक लोकप्रिय हो गया है। अब इस जगह पर अधिक लोग आने लगे हैं। महजबीन ने कहा कि बच्चों के लिए यहां सुरक्षा बढ़ाई जाए और पार्क विकसित किए जाएं, जिससे बच्चे इसका और अधिक आनंद ले सकें। विकलांग लोगों के अधिकार पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्यों से मांगा जवाब PM आवास योजना के तहत हजारों गरीबों को मिलेगा घर, यहाँ चेक करें अपना नाम साली के प्यार में पागल हुआ जीजा, उठा लिया ये खौफनाक कदम