नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) चीफ सौरव गांगुली ने कहा है कि भारतीय घरेलू सत्र तभी आरंभ होगा, जब युवा खिलाड़ियों का रणजी ट्रॉफी मुकाबलों के लिए देश के अंदर यात्रा करना सुरक्षित होगा. दरअसल, देश के घरेलू टूर्नामेंटों को लेकर अनिश्चितता बरक़रार है क्योंकि कोरोना वायरस महामारी की वजह से इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) यदि अक्टूबर में होती है, तो सत्र में मैचों की तादाद कम करनी पड़ेगी. घरेलू सत्र 2020-2021 की शुरुआत अगस्त के आखिर में विजय हजारे ट्रॉफी के साथ होनी थी, जबकि इसके बाद रणजी ट्रॉफी, दिलीप ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का आयोजन प्रस्तावित था. पिछले सत्र में लॉकडाउन की शुरुआत की वजह से ईरानी ट्रॉफी को कैंसिल किया गया था. घरेलू और जूनियर क्रिकेट के संबंध में सवाल किए जाने पर गांगुली ने से कहा कि, ‘ये आवश्यक हैं, किन्तु कोरोना वायरस महामारी के नियंत्रित होने के बाद ही इनका आयोजन किया जा सकेगा. हालात सुरक्षित होने के बाद ही, विशेषकर जूनियर क्रिकेट.’ BCCI चीफ गांगुली ने कहा कि भारत बड़ा देश है और मैचों के लिए टीमों को एक जगह से दूसरी जगह तक यात्रा करनी होती है और इसलिए घरेलू क्रिकेट तब तक आरंभ नहीं होगा, जब तक कि सब कुछ सुरक्षित नहीं होता. सौरव गांगुली ने आगे कहा कि, ‘हम युवा खिलाड़ियों को लेकर खतरा नहीं उठाना चाहते. हमारा देश इतना बड़ा है और हमारा घरेलू क्रिकेट इतना सशक्त है कि सभी को खेलने के लिए यात्रा करनी पड़ती है. इसलिए जब तक यह सुरक्षित नहीं होगा, तब तक इसका आयोजन नहीं किया जाएगा.’ कोरोना काल के बाद क्रिकेट की वापसी, खाली कुर्सियों के साथ देखने को मिलेंगे ये बड़े बदलाव Eng VS Wi : पहली बार खाली स्टेडियम में होगा इंटरनेशनल मुकाबला, जानिए कौन किस पर भारी ? आखिर क्यों इतने फिट और हिट हैं विराट कोहली, जानिए सफलता का राज और डाइट प्लान