मुंबईः लंबे खींचतान के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड नाडा के टेस्ट पर सहमत हुआ था। खेल मंत्रालय के दवाब के आगे झुकते हुए बोर्ड नाडा टेस्ट के लिए तैयार हुआ। लेकिन बीसीसीआई ने इसके लिए शर्त रखी थी। शर्त के अनुसार नाडा बेंगलुरू में दिलीप ट्रॉफी के अगले मैच के दौरान बीसीसीआई से रजिस्टर खिलाड़ियों का परीक्षण शुरू करेगा। नाडा ने प्रमुख डोप नियंत्रण अधिकारियों के रूप में योग्य चिकित्सकों को रखने की बीसीसीआई की मांग स्वीकार कर ली है। बीसीसीआई के डोपिंग रोधी अधिकारी ने उच्च मानक सुनिश्चित करने के लिये ‘अतिरिक्त भुगतान’ की बात पर कहा, ‘हमारी मुख्य चिंता डोप नियंत्रण अधिकारियों की योग्यता पर और मामलों के निपटारे के लिए लिया जाने वाला वक्त था। नाडा ने हमें दोनों के बारे में भरेसा दिया है। हमने आग्रह किया था कि बीसीसीआई के लिये जो डोप नियंत्रण अधिकारी नियुक्त किये जायें, वे मान्यता प्राप्त डॉक्टर(एमबीबीएस) हों जिन्हें डोपिंग के संबंध में जानकारी हो।’ डीसीओ यदि डाक्टर होगा तो इसमें अतिरिक्त भुगतान होगा और बीसीसीआई इसका भुगतान करेगा जो मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने साफ कर दिया है। बीसीसीआई के महाप्रबंधक सबा करीम और डोपिंग रोधी इकाई के प्रमुख डा अभिजीत साल्वी ने नाडा के सीनियर अधिकारियों से आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए भेंट की जिसमें महानिदेशक नवीन अग्रवाल शामिल थे। नाडा ने बैठक के बाद कहा, ‘हम यह भागीदारी जल्द से जल्द दिलीप ट्रॉफी से ही शुरू करने की आशा कर रहे हैं। बीसीसीआई के फैसले का खेल मंत्री किरण रिजिजू ने भी स्वागत किया था। BCCI : हितों के टकराव वाले मुद्दे पर बैठक आज, पूर्व क्रिकेटर्स भी होंगे शामिल वेस्टइंडीज दौरे पर गई भारतीय टीम को मिली जान से मारने की धमकी, बढ़ाई गई सुरक्षा ! बांग्लादेश ने इस पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कोच को बनाया टीम का नया कोच