नई दिल्ली : बीसीसीआई के नैतिक अधिकारी न्यायमूर्ति डीके जैन ने सोमवार को सचिन तेंदुलकर के खिलाफ हितों के टकराव के आरोप खारिज कर दिए क्योंकि इस दिग्गज क्रिकेटर ने सहमति योग्य ‘कार्यक्षेत्र की शर्तें’ उपलब्ध नहीं कराने की दशा में क्रिकेट सलाहकार समिति का हिस्सा बनने से इंकार कर दिया है। ब्राजील के इस स्टार खिलाड़ी ने दी भारतीय टीम और कप्तान विराट को शुभकामनाएं फैसले में कही गई है कुछ ऐसी बातें सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जैन ने अपने दो पेज के फैसले में आरोपों को निराधार करार दिया तथा कहा कि तेंदुलकर ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी कि वह सीएसी के सदस्य के रूप में काम नहीं करेंगे जिसके बाद यह मामला निबटा दिया गया। उन्होंने अपने फैसले में कहा, ‘‘एक बार जब बीसीसीआई कार्यक्षेत्र की शर्तों तथा कार्यकाल को स्पष्ट कर देता है तो वह इसका हिस्सा बनने के बारे में फैसला करेंगे। तेंदुलकर खुद को क्रिकेट सलाहकार समिति का हिस्सा नहीं मानते और इस रूप में काम नहीं करेंगे। इस कारण वर्तमान शिकायत कोई मायने नहीं रखती। इसलिए वर्तमान शिकायत को निराधार करार दिया जाता है और इस प्रकार उसका निबटान किया जाता है। VIDEO: गंभीर की विजय अफरीदी को नहीं आई रास, कहा - अक्ल नहीं है फिर भी मिल गए वोट इसी के साथ बीसीसीआई के लोकपाल की भूमिका निभा रहे जैन ने कहा कि तेंदुलकर ने अपने वकील अमित सिब्बल के जरिए बयान जारी किया जो कि मामला खारिज करने के लिये पर्याप्त है। वर्ल्ड कप को लेकर बोले मलिंगा, कहा- क्यों नहीं ले सकता एक और हैट्रिक आईएसएसएफ विश्व कप : अपूर्वी चंदेला ने अपने नाम किया स्वर्ण पदक जेनेवा ओपन : जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव ने किया ख़िताब पर कब्जा