डायबिटिज की वजह से दिल की बीमारी, स्ट्रोक, किडनी समस्या, आंखों की समस्या आदि हो सकती है. हाल ही में मेडिकल पोर्टल Diabetes.co.uk ने खबर दी है कि जिन व्यक्तियों को डायबिटीज है उन व्यक्तियों में यूरिन से संबंधित एक लक्षण देखा जाता है. यदि किसी को वह लक्षण दिखाई देता है तो तत्काल विशेषज्ञ से मिलना चाहिए. क्या हैं डायबिटीज के लक्षण? मेडिकल पोर्टल Diabetes.co.uk के अनुसार, जिन व्यक्तियों को ज्यादा यूरिन आती है या जो बार-बार यूरिन करने जाते हैं उन लोगों को टाइप 1 और 2 डायबिटीज का खतरा हो सकता है. जो लोग बार-बार पेशाब करने जाते हैं या जिन व्यक्तियों को एक दिन में तीन लीटर से अधिक यूरिन आती है, उन व्यक्तियों को डायबिटीज का खतरा हो सकता है. अधिक और बार-बार यूरिन जाना निर्जलीकरण की वजह बन सकता है, जिसे यदि बिना उपचार के छोड़ दिया जाए तो वह किडनी के काम को प्रभावित कर सकता है. डायबिटीज में ब्लड शुगर का स्तर सामान्य से ज्यादा होता है इसलिए किडनी पूरी चीनी को पुन: अवशोषित नहीं कर सकते हैं तथा खून में से अतिरिक्त ग्लूकोज यूरिन में चला जाता है तथा वहां ज्यादा पानी खींचता है. इसका मतलब है कि शरीर बड़ी मात्रा में यूरिन का प्रोडक्शन करने लगता है. विशेषज्ञों का मानना है कि ग्लूकोज लेवल यदि बहुत ज्यादा है तो शरीर इसे किडनी के जरिए खून से अलग करने का प्रयास करता है तथा ज्यादा पानी फिल्टर होता है. लोगों को सलाह दी जाती है कि यदि उन्हें बिना किसी वजह के कई दिनों तक अत्यधिक यूरिन आती है तो डॉक्टर से मिलें. डायबिटीज यूके के मुताबिक, डायबिटीज के अन्य लक्षणों में प्यास लगना, थकान महसूस होना एवं वजन कम होना भी है. वही हाल ही में शोधकर्ताओं ने सात शोधों के निष्कर्षों की जांच की जिसमें इंसुलिन एवं ब्लड शुगर के स्तर सहित दिल के स्वास्थ्य पर बैठने बनाम खड़े होने या चलने के प्रभावों की तुलना की गई और उसे जर्नल स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित किया. शोध में पाया गया कि खाने के पश्चात् 2 से 5 मिनट तक हल्का टहलना ब्लड शुगर लेवल को बहुत हद तक कंट्रोल करता है. शोध में सम्मिलित लोगों को दो समूहों में बांट दिया गया- एक खाने के बाद बैठने वाला समूह और दूसरा खाने के बाद टहलने वाला समूह. खाने के बाद दो से पांच मिनट तक टहलने वाले समूह के ब्लड शुगर में गिरावट देखी गई जबकि खाने के पश्चात् बैठने वाले समूह का ब्लड शुगर बढ़ा हुआ मिला. साथ ही अध्यन में यह भी देखा गया कि जो प्रतिभागी हर आधे घंटे के अंतराल पर दो से पांच मिनट टहल रहे हैं, उनके ब्लड शुगर में बहुत गिरावट आई है. विशेषज्ञों ने पाया कि बैठने या खड़े होने की तुलना में, खाने के बाद चलने से ब्लड शुगर में गिरावट हो रही है. घर पर इस आसान रेसिपी से बनाएं हरी मिर्च का चटपटा अचार गर्मियों में इन चीजों से करें परहेज, नहीं तो होगा नुकसान इन लोगों को नुकसान पहुचाँती है कॉफी