इस पोजीशन में सोते हैं तो हो जाएं सावधान, वरना होगा नुकसान

सेहत को बनाए रखने के लिए नींद की स्थिति भी महत्वपूर्ण है। नींद के दौरान शरीर को शारीरिक और मानसिक आराम मिलता है, और एक अच्छी नींद से दिनभर की ताजगी मिलती है। सोने की स्थिति सही होना आवश्यक है, क्योंकि गलत पोजीशन से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

पेट के बल सोने के नुकसान बहुत से लोग पेट के बल सोने की आदत में होते हैं, लेकिन यह आदत स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें एसिड रिफलक्स की समस्या होती है। पेट के बल सोने से पेट पर दबाव पड़ता है, जिससे एसिड रिफलक्स की समस्या और बढ़ सकती है।

एसिड रिफलक्स क्या है? खाने के बाद पेट में मौजूद एसिड खाना पचाने में मदद करता है। लेकिन जब ये एसिड खाने की नली (इसोफेगस) में वापस आ जाते हैं, तो एसिड रिफलक्स या एसिडिटी की समस्या उत्पन्न होती है। इससे सीने में जलन, खट्टी डकार, मितली जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक एसिड रिफलक्स रहने पर सीने में जलन, मुंह में छाले, सांस लेने में दिक्कत, और सिरदर्द जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।

पेट के बल सोने के अन्य नुकसान पेट के बल सोने से पाचन समस्या के अलावा रीढ़ की हड्डी पर भी तनाव पड़ता है। इससे मांसपेशियों में सुन्नपन, झुनझुनाहट, पीठ, गर्दन और कंधों में दर्द हो सकता है। हालांकि, खर्राटे आने वाले लोगों को पेट के बल सोने की सलाह दी जाती है।

सही सोने की पोजीशन पीठ के बल सोना सबसे अच्छा माना जाता है। सही सोने के तरीके में करवट लेकर एक पतले तकिये के नीचे हाथ और सिर को आरामदायक स्थिति में रखना चाहिए, और दूसरे हाथ और पैर को सीधा रखना चाहिए। करवट लेकर सोना भी एक अच्छा तरीका है क्योंकि इस पोजीशन में व्यक्ति बार-बार दाएं और बाएं करवट लेते रहते हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजन प्रवाह का बैलेंस बना रहता है।

इस प्रकार, सही सोने की पोजीशन से आप न केवल बेहतर नींद ले सकते हैं, बल्कि अपने स्वास्थ्य को भी बनाए रख सकते हैं।

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