हिन्दू धर्म में गाय को एक पवित्र पशु माना गया है। मान्यता है की गाय के अन्दर 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए गाय कि पूजा की जाती है। जिस घर में गाय होती है उस घर में परेशानी कभी दस्तक नहीं देती। ऐसा माना जाता है की अगर घर की पहली रोटी गाय को खिलायी जाये तो घर से समस्त नकारात्मक ऊर्जा का विनाश होता है। लेकिन क्या आप यह बात जानते हैं की गाय अगर रोती है तो यह सभी के लिए अपशगुन माना जाता है। जी हां गाय का रोना एक अपशगुन माना गया है। दरअसल गाय का रोना एक अनहोनी का संकेत होता है जिसका अभास उसे पहले ही हो जाता है। अगर आप सफर पर कहीं जा रहे हो और रास्ते में गाय रोते हुए दिखाई देती है तो यह बहुत बड़ा अपशगुन माना गया है। तो चलिए आज हम आपसे गाय से जुड़े कुछ शगुन और अपशगुन संबधित विषय पर चर्चा करते हैं। सफ़र पर जाते समय यदि आपको गाय अपने खुरों से ज़मीन खुरंचती हुई दिखाई दे, तो आने वाले समय में उस व्यक्ति को बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। यदि कोई गाय आधी रात में रंभाती या रोती हुई दिखाई दे, तो सफ़र में डराने वाली परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। यदि यात्रा पर जाते समय गाय रोती हुई दिखाई दे, तो व्यक्ति को मृत्यु के समान कष्ट होने की आशंका रहती है। यात्री को गाय अपने बच्चे से मिलने के लिए रंभाती दिखाई दे, तो उसकी सभी इच्छाएं पूरी होने के योग बनते हैं। जब गाय के ऊपर बहुत सारी मक्खियां बैठी हुई दिखाई दें, तो अच्छी वर्षा होने की संभावना मानी जाती है। यात्रा करते समय यदि व्यक्ति को दोनों ओर भैंस दिखाई दे, तो यात्री की मृत्यु होने का भय रहता है। रात के समय अगर गाय हुंकार भर्ती या पुकारती है, तो यह एक शुभ संकेत माना गया है। सफर करते समय यदि बायीं ओर से गाय की आवाज़ सुनाई दे, तो यह शुभ होता है। आपकी मनोकामना पूरी कर सकती है शवयात्रा क्या आप जानते है छटी इन्द्री के बारे में? घर में फर्नीचर से सम्बंधित वास्तु के नियम दिवाली पर रोशनी जीवन को करती है प्रभावित