बेल्जियम के प्रधानमंत्री चार्ल्स मिशेल ने अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी है। लगभग दो सप्ताह पहले आव्रजन के मुद्दे पर उनके मुख्य गठबंधन सहयोगी ने उनसे समर्थन वापस ले लिया था जिससे उनकी सरकार अल्पमत में आ गई थी। जानकारी के लिये बता दे वर्ष 2014 में पद संभालने वाले मिशेल ने संयुक्त राष्ट्र आव्रजन समझौते पर अपने समर्थन के चलते न्यू फ्लेमिश अलायंस का समर्थन खो दिया। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को उनका इस्तीफा तब आया जब दो दिन पहले मध्य ब्रसल्ज में समझौते के विरोध में हुए प्रदर्शन संघर्ष में बदल गए और पुलिस को आंसू गैस के गोले तथा पानी की बौछारें छोड़नी पड़ीं। वही संसद में चर्चा के दौरान विपक्षी दलों ने उनकी सरकार को मई में होने वाले चुनाव तक बनाए रखने के लिए अपना समर्थन जारी रखने से साफ़ तौर पर इनकार कर दिया। विचार-विमर्श करने का किया फैसला इस पूरी घटना के बाद मिशेल ने अपना इस्तीफा देने की घोषणा की। सांसदों द्वारा उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने से पहले मिशेल ने कहा, ‘मैंने इस्तीफा देने का निर्णय किया है और मैं तत्काल राजा से मिलना चाहता हूं।’राजमहल ने एक बयान में कहा कि राजा फिलिप ने मिशेल का इस्तीफा स्वीकार करने से पहले विचार-विमर्श करने का फैसला किया है। जापान के वैज्ञानिकों ने इन ग्रहों पर भी देखा पानी का प्रमाण ब्रिटिश करने जा रहा है वीजा प्रणाली में बड़ा बदलाव हैदराबाद हाउस की तर्ज पर इस्तेमाल हो सकता है जिन्ना हाउस