ब्रुसेल्स: बीते कई दिनों से दुनियाभर में लोगों का काल बनकर कहर बरसा रहा कोरोना वायरस आज थमने का नाम नहीं ले रहा है, हर दिन इस वायरस की चपेट में आने से काई लाख लोग संक्रमित हो रहे है, तो वहीं इस वायरस के कारण कई ऐसे मासूम भी है जिन्होंने अपनी जिंदगी खो दी, कहने का तात्पर्य है कि दुनिया भर में इस वायरस का प्रकोप इतना बढ़ चुका है कि इसका सामना कर पाना बेहद मुश्किल है. बड़े से बड़े वैज्ञानिक और डॉक्टर्स इस वायरस का एंटीडोट खोजने में दिन रात एक कर रहे है, लेकिन अब भी यह नहीं कहा जा सकता की कब तक इससे निजात मिल सकता है, वहीं बेल्जियम की प्रधानमंत्री सोफी विल्मेस जब अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान ब्रुसेल्स के सेंट पीटर अस्पताल पहुंची तो चिकित्सा कर्मचारियों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत करने की बजाए मुंह फेर लिया. डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों ने उनकी तरफ देखा तक नहीं. वे यहां स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए पहुंची थीं. सूचना के आधार पर मिली जानकारी के अनुसार विल्मेस का काफिला जब अस्पताल पहुंचा तो कर्मचारी कॉरिडोर के दोनों ओर कतार में प्रधानमंत्री की ओर पीठ करके खड़े हो गए. मेडिकल स्टाफ की यह नाराजगी पीपीई सूट और अन्य सुरक्षा उपकरणों की कमी को लेकर है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. जंहा इस बात का पता चला है कि घटना का वीडियो एक पत्रकार ने शेयर किया है और लिखा है कि, 'सेंट पीटर अस्पताल में प्रधानमंत्री सोफी विल्मेस का विरोध.' रिपोर्ट के अनुसार ऐसा कोविड-19 संकट के बीच चिकित्सा स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति सरकार के दृष्टिकोण की वजह से हुआ है. यहां कोरोना की वजह से नौ हजार लोगों की मौत हुई है. जानकारी के लिए हम बता दें कि स्वास्थ्यकर्मी कम तनख्वाह, कम बजट और ट्रेंड नर्सों की जगह सस्ते में लोगों को भर्ती करने के भी खिलाफ हैं. वीडियो पर लोग कई तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. जहां कुछ लोग सरकार के रवैये के प्रति निराश हैं तो कुछ ने स्वास्थ्यकर्मियों के इस अनोखे विरोध की सराहना की है. बता दें कि बेल्जियम में कोरोना वायरस के 55,200 मामले सामने आए हैं. दुनियाभर में घिरे चीन ने पेश की सफाई, बोला- हमने कोरोना को लेकर कुछ नहीं छिपाया तालिबान को अफ़ग़ानिस्तान का करारा जवाब, कहा- भारत हमारे लिए सबसे बड़ा दानदाता वैज्ञानिक करोल स‍िकोरा का दावा- वैक्सीन बनने से पहले ही मर जाएगा कोरोना !