कच्ची हल्दी, अदरक की तरह दिखाई देती है. इसे जूस में डालकर, दूध में उबालकर, चावल के व्यंजनों में डालकर, चटनी बनाकर और सूप में मिलाकर उपयोग किया जा सकता है. कच्ची हल्दी में सूजन को रोकने का खास गुण होता है. इसका उपयोग जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों को अत्यधिक लाभ पहुंचाता है. यह शरीर के प्राकृतिक सेल्स को खत्म करने वाले फ्री रेडिकल्स को खत्म करती है और जोडों के दर्द में लाभ पहुंचाती है. गुणों की खान कच्ची हल्दी में कुरकुमिन नामक तत्व पाया जाता है जो लंबे समय के दर्द से छुटकारा दिलाता है. इसके अलावा यह जोड़ों और मांसपेशियों में लचीलापन लाता है जिससे जोड़ों का दर्द कम हो जाता है. कच्ची हल्दी में पाउडर वाली हल्दी की तुलना में एक अच्छी सी खुशबू होती है. ऐसा इसमें मौजूद तेल के कारण होता है. रात को सोते समय हल्दी की कच्ची गांठ में से थोड़ी सी गांठ लेकर उसे एक गिलास दूध में उबालें. आप चाहे तो फ्लेवर के लिए थोड़ी सी इलायची भी मिला सकते हैं. थोड़ा ठंडा होने पर इसे पी लें. ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोगों में सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म दूध में थोड़ी सी हल्दी की गांठ मिलाकर पीने से गठिया के दर्द में राहत मिलती है. कुछ दिन इस उपाय को नियमित करने से ही आपको फर्क महसूस होने लगेगा. कैसे दूर करे अपने मन से इंजेक्शन का डर