राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने 18 जून को उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा की जांच के लिए 7 सदस्यीय समिति बनाई है। अब समिति को रविवार से शिकायतकर्ताओं से अभ्यावेदन मिलना शुरू हो गया है, एक आधिकारिक जानकारी के अनुसार समिति के सदस्य रविवार को शाम 4 बजे से पीड़ितों / शिकायतकर्ताओं से मिले और सोमवार को सुबह 10 बजे से सीआरपीएफ के स्टाफ ऑफिसर मेस में मिलेंगे। अधिकारी के अनुसार, पैनल के सदस्य और NHRC की कई अन्य टीमें पश्चिम बंगाल के विभिन्न स्थानों का दौरा कर रही हैं और इन आरोपों की सत्यता की जांच कर रही हैं। इसके बाद, 21 जून को, पश्चिम बंगाल सरकार ने एक आवेदन दायर कर आदेश को वापस लेने की मांग की। सरकार ने दावा किया था कि उसे हिंसा से निपटने के लिए उठाए गए कदमों सहित सभी तथ्यों को रिकॉर्ड में रखने का पर्याप्त अवसर नहीं दिया गया था। एनएचआरसी की टीम इस बात की जांच कर रही है कि कितनी शिकायतें दर्ज की गई हैं, स्थानीय प्रशासन द्वारा क्या कदम उठाए जा रहे हैं और कितने लोगों को कथित तौर पर अपने घरों से भागने के लिए मजबूर किया गया है। भाजपा सांसद साक्षी महाराज के साथ 97,500 रुपये की ठगी, दो आरोपी गिरफ्तार एमके स्टालिन ने डॉ हर्षवर्धन को लिखा पत्र, की ये मांग दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने किया स्वागत