जब भी आप अपने करियर की दिशा में आगे बढ़ते है तो उस वक्त आप यह सोचते है की मैं किस फील्ड में अपना करियर बनाऊं, चलो अपनी रूचि के अनुसार और विचार विमर्श से बात विषय का चयन तो कर लेते है. पर जब बारी आती है की अब पढाई किस संस्थान से करें, तो उस वक्त भी यही सोचते है की अब पढाई कहां से करें. तो आप ऐसे संस्थान का चयन करें जिसका वातावरण अच्छा हो क्योंकि वातावरण से ही हमारा मन उस दिशा की और जाता है. यदि पढाई अच्छी होगी साथ ही साथ एक अच्छा माहौल होगा तो हम भी वैसा ही करेगें और ऐसा करने में हमारी उन्नति होगी. इन्ही बेहतर संस्थानों में एक - जर्नलिज्म की पढ़ाई के लिए प्रमुख संस्थान- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन माखनला चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता व संचार विश्वविद्यालय एशियन कॉलेज ऑफ जर्नलिज्म मास मीडिया रिसर्च सेंटर, जामिया मिलिया इस्लामिया जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन दिल्ली यूनिवर्सिटी जर्नलिज्म कोर्स के महत्वपूर्ण फील्ड- प्रिंट जर्नलिज्म- यह पत्रकारिता का सबसे पुराना फील्ड है जो भारत में अभी भी लोकप्रिय है. देश के कई भाषाओं में प्रिंट जर्नलिज्म के मौके उपलब्ध हैं. प्रिंट में मुख्य रूप से मैग्जीन, अखबार के लिए काम कर सकते हैं. इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिज्म-इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिज्म पत्रकारिता को अक्षरों की दुनिया से निकालकर विजुअल की दुनिया में ले आया. ऑडियो, वीडियो, टीवी, रेडियो के माध्यम से यह दूर-दराज के क्षेत्र में भी लोकप्रिय होने लगा. टीवी सैटेलाइट, केबल सर्विस और नई तकनीकों के माध्यम से पत्रकारिता का यह सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है. वेब पत्रकारिता- पत्रकारिता के इस प्लेटफॉर्म ने रीडर, विजिटर्स को फीडबैक की सुविधा दी, यानी आप न्यूज मेकर से सीधे सवाल पूछ सकते हैं. स्मार्ट फोन के आ जाने से यह दिनप्रतिदिन आगे बढ़ रही है. पत्रकारिता के भविष्य के रूप में इस माध्यम को स्थापित किया जा रहा है. पब्लिक रिलेशन- यह क्षेत्र पत्रकारिता से थोड़ा हटकर है, जर्नलिज्म की पढ़ाई के दैरान इसे भी पढ़ाया जाता है. किसी व्यक्ति, संस्थान की छवि को लोगों की नजर में सकारात्मक रुप से प्रस्तुत करना पब्लिक रिलेशन में आता है. पब्लिक रिलेशन का कोर्स करने के बाद बिजनेस हाउसेज, पॉलिटिकल पर्सन, सेलेब्रेटी और संस्थानों के लिए काम किया जाता है. डिजानिंग के क्षेत्र में बढ़ाए अपने कदम और पाएं एक बेहतर जॉब टूल्स डिजाइनिंग में करियर की बढ़ती डिमांड