1- चाय की चुस्की के साथ अक्सर कुछ गम भी पीता हूँ, मिठास कम है जिंदगी में मगर जिंदादिली से जीता… 2- मैंने देखा ही नहीं कोई मौसम, मैंने चाहा है तुम्हें चाय की तरह 3- मिलो कभी चाय पर फिर क़िस्से बुनेंगे.. तुम ख़ामोशी से कहना हम चुपके से सुनेंगे. 4- सर्दियों के बस दो ही जलवे, तुम्हारी याद और चाय 5- ये बारिश का मौसम, और तुम्हारी याद चलो फिर मिलते है, एक कप चाय के साथ 6- सुबह शाम की चाय से हो गये हो तुम , हर वक्त तुम्हारी ही तलब रहती है 7- कड़क ठंडक में कड़क चाय का मज़ा शराबी क्या जाने चाय का नशा 8- लहजा थोड़ा ठडां रखे साहब... गर्म तो हमें सिर्फ़ चाय पसदं है 9- ये चाय की मोहब्बत तुम क्या जानो, हर घूँट में सोचते हैं आपको बड़ी तसस्ली के साथ. 10- असल जिंदगी वही जीते हैं जो चाय पीते हैं