ये ज़िन्दगी है जनाब, यहाँ मौज भी होगी और ग़म भी । किसी की आहट से महफ़िल में रौनक होगी, तो किसी की जुदाई से आँखें नम भी होंगी । यहाँ ख़ुशियों का सैलाब होगा तो दर्द का अम्बार क्यूँ न होगा । दिल लगा कर भी दिल न लगाईये, वे साथ आये हैं साथ छोड़ जाने के लिए । तब तलक़ ये कीजिये.. ज़िन्दगी बाहें खोलकर जी लीजिये, बेहिसाब ख़ुशियाँ बटोर लीजिये । क्योंकि 'यादें' बेशक़ीमती हैं । ~ प्रेरणा गौर तुम्हें जाना तो ये जाना... जीवन संभावनाओं की एक नदी है। किसानों के लिए सोनाक्षी सिन्हा ने शेयर की भावुक कविता