11- पीने से कर चुका था मैं तौबा दोस्तों, बादलों का रंग देख नियत बदल गई। 12- बरिश का यह मौसम कुछ याद दिलाता है, किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है, फिजा भी सर्द है यादें भी ताज़ा हैं, यह मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है। 13- ऐ बारिश जरा थम के बरस, जब वो आ जाये तो जम के बरस, पहले न बरस के वो आ न सके, फिर इतना बरस के वो जा न सके। 14- क्या मस्त मौसम आया है, हर तरफ पानी ही पानी लाया है, तुम घर से बाहर मत निकलना, वरना लोग कहेंगे बरसात हुई नहीं, और मेढक निकल आया है। 15- आज फिर मौसम नम हुआ मेरी आँखों की तरह, शायद बादलो का भी दिल किसी ने तोड़ा होगा। 16- कोई तो बारिश ऐसी हो जो तेरे साथ बरसे मोसिन, तन्हा तो मेरी ऑंखें हर रोज़ बरसाती हैं। 17- सतरंगी अरमानो वाले सपने दिल में पलते हैं, आशा और निराशा की धुन में रोज मचलते हैं, बरस-बरस के सावन सोंचे प्यास मिटाई दुनिया की, वो क्या जाने दीवाने तो सावन में ही जलते हैं। 18- इन बारिशों से दोस्ती अच्छी नहीं फ़राज़, कच्चा माकन है तेरा कुछ तो ख्याल कर। 19- बारिशें कुछ इस तरह से होती रहीं मुझ पे, ख्वाहिशें सूखती रहीं और पलकें रोतीं रहीं। 20- मैं तेरे हिज्र की बरसात में कब तक भीगूँ, ऐसे मौसम में तो दीवारे भी गिर जाती हैं।