राजस्थान में भारतीय थल सेना और वायु सेना के बीच ‘थार शक्ति’ नामक युद्धाभ्यास किया जा रहा रहा है. पिछले 1 महीने से जारी इस युद्ध अभ्यास में एक साथ भारतीय वायु सेना और थल सेना किस तरह से दुश्मनों को तेजी के साथ जवाब देगी, इसका अभ्यास किया जा रहा है. करीब 20,000 सैनिकों और एयरफोर्स के जांबाज जवानों के साथ इस वॉर एक्सरसाइज को अंजाम दिया जा रहा है. दरअसल इस पूरे एक्सरसाइज में सबसे ज्यादा इस बात पर ध्यान दिया जा रहा है कि बेहतर कोआर्डिनेशन और कम्युनिकेशन के संसाधनों का प्रयोग कर किस तरह से दुश्मनों के हमले पर तुरंत जवाब दिया जाए. लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनी कुमार ने इस युद्धाभ्यास की सफलता पर अपनी संतुष्टि जताई एवं सैनिकों द्वारा इस भीषण गर्मी में भी मरूस्थल में इस युद्धाभ्यास को पूरी तरह सफल बनाने के लिए सभी सैनिकों की सराहना की. रक्षा मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो एक तरफ से पहली बार इतने सटीक तरीके से एक साथ मिलकर थार के रेगिस्तान में एयरफोर्स और आर्मी ने दुश्मनों के काल्पनिक ठिकानों को बर्बाद किया है. माना जा रहा है कि इस अभ्यास के बाद हवाई हमले और जमीनी हमले एक साथ करने के सेना की क्षमता में और बढ़ोतरी होगी. पुलिस जीजा के खिलाफ फ़ौजी साले की लड़ाई यमन हवाई हमले पर संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता सेना के लिए आठ चयनित हथियार बनाने की अनुमति