सावन का महीने में शिव भक्त भगवान शिव का अभिषेक अलग-अलग धाराओं से करते हैं. ये भी कह सकते हैं कि उनके अभिषेक के लिए लोग तरह-तरह की चीज़ों का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे ही अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए हम उन्हें फल, फूल और दूध या जल चढ़ाते हैं. ऐसे ही महंत लोग भगवान शिव का अभिषेक 6 धाराओं से करते हैं जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. आइए जानते हैं कौनसी धाराएं हैं जिनसे अभिषेक करने से आपको विशेष फल मिलता है. क्यों लगाती हैं महिलाएं सावन में मेहँदी भगवान शिव के अभिषेक में आपको ॐ नम:शिवाय का जाप निरंतर करते रहना है. जिससे आपके सभी मनोरथ पूरे होते हैं, भगवान शिव इच्छा प्राप्ति के लिए आप भी उनका अभिषेक अलग-अलग धाराओं से कर सकते हैं. घर की सुख शांति के लिए, भौतिक वृद्धि के लिए और ऐसे ही कई मनोरथ होते हैं जिन्हें हम चाहते हैं तो उसी के लिए आपको इन चीज़ों की धाराएं छोड़नी होंगी जिससे आपकी सभी इच्छा पूरी हो. * अपने वंश की वृद्धि करनी है तो आपको शिव सहस्त्रनाम बोलकर घी की धरा छोड़ दें. * मन की शांति के लिए शिव पर जलधारा से अभिषेक करें. इसलिए कांवड़ियाँ गंगाजल लेने जाते हैं हरिद्वार * अगर आपको भौतिक सुख चाहिए तो इत्र की धारा से शिवलिंग का अभिषेक करें. * शहद की धारा शिवलिंग पर चढाने से बिमारियों से छुटकारा मिलता है. * सुख और आनंद चाहते हैं तो गन्ने के रस से अभिषेक करें. * शिवलिंग का गंगाजल से अभिषेक करने पर चारों पुरुषार्थ की प्राप्ति होती है इसके साथ महामृत्युंजय मंत्र करते रहे. यह भी देखें.. सावन में करें मृत्युंजय जाप, पर न करें ये गलती सावन महीने में इस दिन भूलकर भी न तोड़े बिल्वपत्र