चंडीगढ़ : पंजाब की भगवंत मान सरकार ने कहा है कि वह धान की पराली को जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए किसानों की पूरी मदद करेगी और धान की पराली और अवशेष को संभालने के लिए किसानों को कृषि यंत्रों पर दी जाने वाली सब्सिडी का फायदा वास्तविक किसानों को मिलना सुनिश्चित करेगी। आज गुरुवार (7 सितंबर) को चंडीगढ़ में कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कृषि यंत्र बनाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग की थी, जिसमें उन्होंने स्पष्ट तौर पर संदेश दिया था कि भगवंत मान सरकार कृषि यंत्रों पर सब्सिडी के नाम पर की जाने वाली कालाबाज़ारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। कृषि मंत्री ने कहा कि सीएम भगवंत मान की हिदायतों पर ही यह मीटिंग बुलाई गई थी। सरकार द्वारा नए पारदर्शी मापदंड निर्धारित किए गए हैं, जिससे कृषि यंत्रों पर सब्सिडी का फायदा सीधा किसानों को ही प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कृषि यंत्र बनाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि कृषि यंत्र बनाने और किसानों को उपलब्ध करवाते वक़्त सरकार द्वारा तय किए गए मापदण्डों की यथावत पालना सुनिश्चित बनाई जाए, जिससे सरकार को सब्सिडी देने में कोई समस्या न आए। इसके साथ ही कुलदीप सिंह धालीवाल ने पहली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पहली सरकारों की लापरवाही के चलते कृषि यंत्रों पर सब्सिडी का फायदा काफी सारे असली किसानों को नहीं मिला और 150 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने पहले घोटाले किए हैं, वह चाहे मशीन बनाने वाले हों, चाहे डीलर हों, चाहे कृषि विभाग के अधिकारी हों, चाहे किसान हों, उनके विरुद्ध विजीलैंस द्वारा कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही कृषि मंत्री ने कृषि यंत्र बनाने वालों से यह अपील भी की कि भविष्य में ऐसी किसी भी गड़बड़ी का प्रयास न करें, क्योंकि भगवंत मान सरकार द्वारा किसी भी घोटालेबाज़ को बख्शा नहीं जाएगा। 'जैसे मैं उनकी नौकर हूं...', PM के कार्यक्रम का निमंत्रण मिलने पर भड़क क्यों गईं ममता बनर्जी ? 'नया मुल्ला ज्यादा प्याज खाता है', हेमंत बिस्वा शर्मा से आखिर क्यों ऐसा बोले CM बघेल? शराब घोटाले के स्टिंग ऑपरेशन की जाँच कराने की मांग.., CBI को भाजपा नेताओं ने लिखा पत्र