700 लोगों की मदद से यहां से वहां की करोड़ों की काली कमाई

अहमदाबाद। गुजरात के सूरत के लोकप्रिय फायनेंसर किशोर भजियावाला पर आयकर विभाग ने कार्रवाई की। इस कार्रवाई में करीब 10.45 करोड़ रूपए जब्त किए। आयकर विभाग की कार्रवाई में भजियावाला के पास करीब 400 करोड़ रूपए की संपत्ति की जानकारी मिली है। इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो को जानकारी मिली है कि डमी बैंक अकाउंट के माध्यम से लगभग 700 लोगों का उपयोग कर बैंक में यह धन जमा करवाया गया। दरअसल आयकर विभाग द्वारा भजियावाला के पास से 14550800 रूपए की नई मुद्रा मिली थी।

इतना ही नहीं लगभग 1 करोड़ 48 लाख 81 हजार 8 सौ रूपए का सोना बरामद हुआ। दूसरी ओर भजियावाला के पास से हीरों के आभूषण जिसकी कीमत लगभग 1 करोड़ 39 लाख 34 हजार 580 रूपए थी। दूसरी ओर 77 लाख 81 हजार 800 रूपए की चांदी मिली थी। बैंक और बड़े नेता इस काम में लिप्त थे। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने कहा कि भजियावाला द्वारा अप्रत्यक्षतौर पर 12,13 व 14 नवंबर को 1 लाख रूपए, 2 लाख रूपए और 4 लाख रूपए विभिन्न बैंक खातों में जमा करवा दिए गए थे।

भजियावाला ने 212 लोगों को पुराने नोट को नए नोट में परिवर्तित करने के कार्य में लगा दिया था। दरअसल सूरत पीपुल्स कोआॅपरेटिव बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक पंकज भट्ट पर भी आरोप थे कि वे भी कालेधन को सफेद में बदलने का प्रयास कर रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार अब बैंक की भूमिका की जांच की जा रही है।

दस माह में सोना सबसे निचले स्तर 28 हजार पर

नोटबंदी के बाद बिका टनों से सोना, लिए गए

 

 

 

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