1- प्रभु की भक्ति संसारिक वासनाओं को धो देती है अन्यथा पूरा जीवन वासनाओं के पीछे दौड़ते बीत जाता है । 2- वह मनुष्य जीवन जो प्रभु की तरफ जाता है वह धन्य होता है । 3- प्रभु की भक्ति हमें संसार में फँसने नहीं देती । 4- अगर हमारे शोक के आंसुओं का सागर भी हो तो भी प्रभु उसे एक दया दृष्टि से सोख देते हैं । 5- प्रभु को जीवन का आधार मानना ही जीव का गौरव है । 6- प्रभु से ज्‍यादा कल्याणकारी कुछ भी नहीं है । 7- भक्ति भक्त का परम कल्याण करती है । 8- भक्त के लिए प्रभु का गुणानुवाद करना उनके जीवन की चर्या बन जाती है । 9- भक्ति संसारिक वासनाओं को नष्ट कर हमें सुखी कर देती है । 10- प्रभु में निष्ठा निर्माण हो जाये तो जीवन धन्य हो जाता है । यदि देख लिए इस प्रदेश के खूबसूरत नजारे तो नहीं जायेंगे विदेश किडनी की बिमारियों से राहत दिलाएगा आयुर्वेद ईरान में भूकंप के तेज झटके, जनजीवन हुआ तबाह जल्द आएगा प्याज की कीमत में बदलाव, भारत ने विदेश से बुलवाया 200 टन प्याज