दिग्गज प्राइवेट टेलीकॉम कंपनी Bharti Airtel ने वित्त वर्ष 2019-20 की आखिरी तिमाही यानी मार्च तिमाही में 5,237 करोड़ रुपये के एकीकृत घाटे की जानकारी दी है. कंपनी के इस घाटे की मुख्य वजह वैधानिक कर्जों के भुगतान के लिए किए गए प्रावधान हैं. Bharti Airtel को पिछले साल की समान तिमाही में 107 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था. कंपनी ने कहा है कि वह कोविड-19 महामारी की स्थिति पर नजर रख रही है. कंपनी ने कहा कि वह जोखिम वाले क्षेत्रों को चिह्नित कर तत्काल कदम उठा रही है ताकि बिजनेस को सुचारू ढंग से जारी रखा जा सके. हालांकि, कंपनी के प्रति यूजर आय में बढ़ोत्तरी की वजह से कंपनी के शेयर मंगलवार को 10 फीसद तक चढ़ गए. Swiggy पर कोरोना की मार, 1100 कर्मचारी किए जाएंगे निष्काषित आपकी जानकारी के लिए बता दे कि एयरटेल को जनवरी से मार्च, 2020 के दौरान 23,722.7 करोड़ रुपये की एकीकृत आमदनी हुई. कंपनी ने कहा कि सभी सेग्मेंट में कंपनी ने अच्छी वृद्धि हासिल की है. दूरसंचार कंपनी को पिछले साल मार्च तिमाही में 20,602.2 करोड़ रुपये की आमदनी हुई थी. Airtel की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मार्च, 2020 के आंकड़ों की तुलना पूर्व के डेटा से नहीं की जा सकती है. कंपनी ने इसके लिए एक अप्रैल, 2019 से प्रभावी 'Ind AS 116' के क्रियान्वयन को वजह करार दिया है. लॉकडाउन: ई-कॉमर्स कंपनियों को मिल सकती है छूट, बस राज्यों से अनुमति का इंतज़ार इसके अलावा कंपनी ने जानकारी दी है कि वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी को 32,183.2 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ. पिछले वित्त वर्ष में कंपनी को 87,539 करोड़ रुपये की आमदनी हुई. वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी को 409.5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था. बेहद सस्ता लोन दे रहा है ये बैंक, यहाँ देखिए शानदार स्कीम तीन महीने कम कटेगा आपका PF, अकाउंट में आएगी ज्यादा सैलरी आगरा में अपना कारोबार खोलेगी यह मशहूर जर्मन कंपनी, चीन से किया किनारा