तिरुअनंतपुरम: 2019 लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद केरल में सीपीएम के नेतृत्व वाले एलडीएफ ने स्थानीय निकाय के उपचुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है। स्थानीय निकाय की 44 सीटों पर हुए उपचुनाव में एलडीएफ ने 22 सीटों पर जीत दर्ज की है। एलडीएफ ने छह सीटों को कांग्रेस नीत यूडीएफ से छीन लिया, किन्तु वह सात सीटें यूडीएफ के हाथों हार भी गया। इन उपचुनाव के लिए मतदान गुरुवार को हुआ था। इस उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए भी खुशखबरी है। पार्टी ने पांच सीटों पर अपना कब्जा जमाया है। यूडीएफ को 17 सीटें हासिल हुई हैं। प्रदेश में सत्तारूढ़ एलडीएफ का लोकसभा चुनाव में सफाया हो गया था और उसे 20 संसदीय सीटों में से एक मात्र सीट मिली थी। यूडीएफ ने 19 सीटें जीती थी। ये उपचुनाव 33 पंचायत वार्ड, छह ब्लॉक पंचायत वार्ड और पांच नगर पालिका वार्ड में हुए थे। 2015 में, एलडीएफ ने 591 में से 549 ग्राम पंचायत वार्ड, 152 ब्लॉक पंचायत वार्ड में से 90 में जीत दर्ज की थी। इतना ही नहीं एलडीएफ ने 14 जिला पंचायतों में से 7 पर जीत दर्ज की थी। नगरपालिका की बात करें तो पार्टी ने 87 नगरपालिकाओं में 44 पर जीत दर्ज की थी। इस जीत से उत्साहित सीपीआई के राज्य सचिव कानम राजेंद्रन ने कहा है कि हमारी पार्टी ने सिद्ध कर दिया है कि मात्र एक चुनाव में मिली शिकस्त से हमें खारिज नहीं किया जा सकता। राजस्थान: जब गुस्सा होकर विधानसभा से बाहर चले गए स्पीकर सी पी जोशी, जानिए क्या है पूरा मामला कांग्रेसी नेता मोइली बोले, राहुल गाँधी के अध्यक्ष बने रहने की 1% भी संभावना नहीं आंध्र सरकार का चंद्र बाबू नायडू को नोटिस, कहा- खाली करें सरकारी आवास