कोरोना वायरस के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए बीएसडीयू के छात्रों ने लिया वीडियो गीत का सहारा

 

जयपुर, 24 अप्रेल, 2020ः कोरोना वायरस के खिलाफ देशभर में जागरूकता फैलाने की दिशा में राष्ट्र की मदद करने के मकसद से भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) के विद्यार्थियों ने डिजिटल प्लेटफाॅर्म का सहारा लिया है। बीएसडीयू के स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के छात्रों ने यह पहल करते हुए एक वीडियो साॅन्ग तैयार किया है, जिसमें लोगों को एकजुट होकर कोरोना का मुकाबला करने के लिए प्रेरित किया गया है। ‘जो साथ दे दे सारा इंडिया, तो मस्कुराएगा इंडिया‘ गीत के जरिये लोगों से अपील की गई है कि वे कोरोना से लड़ने के लिए अपनी तरफ से योगदान करें। यह गीत उस स्थिति को दर्शाता है, जहां हम आज हैं। साथ ही इसमें एक बेहतर और उज्जवल भविष्य की उम्मीद भी जताई गई है।

कोविड- 19 के प्रकोप से निपटने के लिए भारतीय शहरों में लागू लाॅकडाउन के कारण देश के लगभग हर व्यक्ति पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से असर पड़ा है। मनोवैज्ञानिक तनाव के कारण लोग चिंता या अवसाद में घिरते जा रहे हैं। बीएसडीयू के छात्रों ने इन हालात को खूबसूरत शब्दों में बयान करते हुए वर्तमान तनावपूर्ण स्थिति को दूर करने के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है।

बीएसडीयू के प्रेसीडेंट श्री अचिंत्य चैधरी ने कहा, ‘‘मौजूदा दौर के ऐसे संकटपूर्ण माहौल में लोगों की सहायता के लिए किया गया एक छोटा-सा प्रयास भी महत्वपूर्ण होता है और एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमारे छात्र भी अपने भाइयों और बहनों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।‘‘

बीएसडीयू के स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के प्राचार्य प्रो रविकुमार गोयल कहते है, ‘‘महामारी से लड़ने के लिए लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के वर्तमान दौर में हम सभी को सकारात्मक होने की आवश्यकता है। स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के छात्र अपने वीडियो गीत के माध्यम से कोविड- 19 से उपजे हालात का मुकाबला करने और राष्ट्र को मजबूत बने रहने के लिए प्रेरित करने का प्रयास कर रहे हैं।‘‘ 

भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) के बारे मेंः

2016 में स्थापित भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) भारत का पहला अनूठा कौशल विकास विश्वविद्यालय है, जिसे भारतीय युवाओं की प्रतिभाओं के विकास के लिए अवसर, स्थान और गुंजाइश बनाकर कौशल विकास के क्षेत्र में वैश्विक उत्कृष्टता पैदा करने की दृष्टि से उन्हें वैश्विक स्तर पर फिट बनाने के लिए कायम किया गया था। डॉ. राजेंद्र के जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी के नेतृत्व और विचार प्रक्रिया के तहत नौकरी प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए बीएसडीयू ने ‘स्विस-ड्यूल-सिस्टम’ स्विट्जरलैंड की तर्ज पर इसे स्थापित किया है। बीएसडीयू राजेंद्र उर्सुला जोशी चैरिटेबल ट्रस्ट के तहत एक शिक्षा उपक्रम है और राजेंद्र और उर्सुला जोशी (आरयूजे) समूह ने इस विश्वविद्यालय को 2020 तक 36 कौशल स्कूलों को स्थापित करने के लिए 500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।

विचार, कौशल विकास की स्विस प्रणाली को भारत में लाने का था, इस तरह भारत में आधुनिक कौशल विकास के जनक डॉ. राजेंद्र जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी ने 2006 में स्विट्जरलैंड के विलेन में ’राजेंद्र एंड उर्सुला जोशी फाउंडेशन’ का गठन करते हुए इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया। बीएसडीयू का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली कौशल शिक्षा को बढ़ावा देना और सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा और स्नातक, स्नातकोत्तर, डॉक्टरेट और विभिन्न कौशल के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए पोस्ट-डॉक्टरेट की डिग्री देते देते हुए ज्ञान की उन्नति और प्रसार करना है।

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