आप सभी को बता दें कि आज यानी सोमवार 21 जनवरी को पूर्णिमा का योग है. कहा जा रहा है कि इस दिन पौष मास की पूर्णिमा है और सोमवार को पूर्णिमा होने से इस दिन शिवजी की विशेष पूजा करनी चाहिए. जी हाँ, ज्योतिषों के अनुसार शिवपुराण में बताया गया है कि शिवजी की पूजा से कुंडली के दोष और सभी समस्याएं खत्म हो सकती हैं और शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय किसी एक शिव मंत्र का जाप करते रहना चाहिए. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि क्या करना है. आप इस उपाय को सुबह करें और अगर सुबह ना कर पाए तो शाम को करें. सबसे पहले नहा ले और नहाते समय शिव मंत्रों का, तीर्थों का, सभी नदियों का ध्यान करें. अब नहाने के बाद शिव पूजा के लिए सफेद वस्त्र पहनें. इसके बाद किसी शिव मंदिर जाएं या घर के मंदिर में ही शिव पूजा की व्यवस्था करें. अब शिवलिंग पर जल चढ़ा दें और पंचामृत से उनका अभिषेक करें. इसके बाद मंत्र ऊँ नम शिवाय, ऊँ महेश्वराय नम, ऊँ शंकराय नम, ऊँ रुद्राय नम आदि मंत्रों का जाप करें. इसके बाद चंदन, फूल, प्रसाद चढ़ाएं और धूप और दीप जलाएं. अब शिवजी को बिल्वपत्र, धतूरा, चावल अर्पित करें और भगवान को प्रसाद के रूप में फल या दूध से बनी मिठाई अर्पित करें. इसके बाद धूप, दीप, कर्पूर से आरती करें और शिवजी का ध्यान करते हुए आधी परिक्रमा करें. इसके बाद परिवार के सदस्यों को और अन्य भक्तों को प्रसाद दे दें. अगर आपके हाथ में झुकी हुई है यह रेखा तो पागल हो सकते हैं आप! शाकंभरी जयंती पर सुबह जरूर करें यह आरती, हर मनोकामना होगी पूरी 21 जनवरी को है माता शाकंभरी जयंती, कहते हैं हरियाली की देवी