भोपाल : नोटबंदी पर सरकार ने जो सर्जिकल स्ट्राईक किया था। इसका मुख्य उद्देश्य देश के तमाम काले धन को रोकना था। इस योजना के तहत जो आम जनता थी उन्हें बहुत मुसिबतो का सामना करना पड़ा, इस दौरान पुराने नोट ना चलने कि वजह से कई लोगों की जान भी चली गई, कितनो की शादी नही हुई। इसके अलावा भी लोगों को कई आर्थिक और सामाजिक मुसीबतो का सामना करना पड़ा। हालाकि यह नही कहा जा सकता कि सरकार अपनी योजना में सफल हुई या नहीं लेकिन नोटबंदी की वजह से हर दिन कोई ना कोई परेशानी देखने को मिल रही हैं। नोटबंदी के बाद भोपाल की एक संस्था में इन दिनों कई ऐसे केस देखने को मिल रहे हैं यहा घरों में हुए विवाद के बाद उन लोगों की काउंसलिंग की जा रही है। भोपाल के जहाँगीराबाद में रहने वाली नसीम का इल्जाम है कि नोटबंदी से के कारण उसके शौहर ने उस पर चोरी का इल्जाम लगाकर काफी मारपीट की। अब वो घर बचाने के लिए गौरवी सेंटर के चक्कर काट रही है और उनसे मदद की मांग कर रही है। शिवानी सैनी गौरवी सेंटर की संचालिका के मुताबिक उनका कहना है कि नवंबर-दिसंबर तक उनके पास ऐसे ढाई सौ केस आए। यह कहानी नोटबंदी से जुड़े एकदम नए पहलू की ओर इशारा कर रही है। इसकी कई वजह बनी कहीं पति से छिपा कर रखे गए पैसे के सामने आये या फिर कोई अन्य समस्या को लेकर पति ने मारपीट की। कई केस तो ऐसे भी है जो परिवार टूटने की कगार पर हैं। खासकर जो घरेलु समस्या है वो लगातार बढ़ती नजर आ रही हैं। बजटः पहले नोटबंदी, अब मुंहबंदी आयकर विभाग 18 लाख खाताधारकों से करेगा पूछताछ