भोपाल : मध्य प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ते जा रहा है. ऐसे में लॉकडाउन अवधि में राज्य सरकार भोपाल, इंदौर और उज्जैन में सख्त नजर रखी जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना नियंत्रण एवं उपचार की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए मंगलवार को यह निर्देश दे दिए. उन्होंने कहा है कि तीनों शहरों में कंटेनमेंट एरिया में अधिक सख्ती करने की जरूरत है. बता दें की मुख्यमंत्री ने आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता और स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी ध्यान देने को कहा है. वहीं, कमजोर वर्ग को खाद्य सामग्री देने के लिए सरकारी उचित मूल्य दुकानें 12 घंटे खुली रखने के निर्देश दिए. वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संभागायुक्त, कलेक्टर सहित अन्य मैदानी प्रशासनिक अफसरों से मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई पर विशेष ध्यान दिया जाए. वस्तुओं के लिए लोगों को परेशानी न उठाना पड़े. इस बारें में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि कोरोना से निपटने के लिए त्रि-स्तरीय रणनीति बनाई गई है. भोपाल, इंदौर और उज्जैन के लिए अलग-अलग योजनाएं बनाई गई हैं. उन्होंने बताया कि अभी तक 24 जिले प्रभावित हुए हैं. इनमें कोरोना संक्रमण के 730 प्रकरण सामने आए हैं और 24 हजार 187 सैंपल लिए गए हैं. चौहान ने बताया कि आईडेंटीफिकेशन, आईसोलेशन, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट का मूलमंत्र हमने अपनाया है. टेस्टिंग की क्षमता कई गुना बढ़ गई है. कई सैंपल विमान से जांच के लिए भेजे गए हैं. 23 अस्पतालों में इलाज के पुख्ता प्रबंध हैं. जनता की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का वितरण किया जा रहा है. उतर प्रदेश में बढ़ी मरने वालों की संख्या हिमाचल में गिरे सब्जियों के दाम, अर्थव्यवस्था को हो सकता है भारी नुकसान बांद्रा में जुटी भीड़ पर बरसे अखिलेश यादव, भाजपा पर किया तगड़ा वार