आज भारतीय जनता पार्टी से वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री दामोदर राउत ने इस्तीफा दे दिया है. दामोदर राउत आम चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए थे. बीजू जनता दल ने पार्टी विरोधी टिप्पणी के लिए उन्हें पार्टी से बहिष्कृत कर दिया था. इसके बाद वह नई दिल्ली जाकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे.उन्होंने अपना इस्तीफा पत्र राज्य भाजपा के अध्यक्ष बसंत पंडा के पास भेज दिया है. इस्तीफा देने के बाद दामोदर राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि पार्टी हमें कोई दायित्व नहीं दे रही थी. किसी प्रकार की रणनीति कार्यक्रम में मुझे शामिल नहीं किया जा रहा था. मुझे लग रहा था भाजपा को शायद मेरी आवश्यकता नही है. बीजेपी प्रवक्ता ने नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी का उड़ाया मजाक, कही यह बात इसके अलावा उन्होने कहा कि इस प्रकार की स्थिति में पार्टी में बने रहना मुझे उचित नहीं लग रहा था.ऐसे में मैंने आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. पार्टी नेतृत्व से मेरी कोई शिकायत नहीं है. राउत ने कहा कि अब मैं किसी पार्टी में शामिल नहीं होगा. मैं अपने राजनीतिक कैरियर में 35 साल तक विधायक रहा और 6 बार कैबिनेट मंत्री बना हूं ऐसे में आज उत्पन्न हुई इस तरह की स्थिति ने मुझे सक्रिय राजनीति से इस्तीफा देने को मजबूर कर दिया. हालांकि राउत ने कहा कि स्वर्गीय बीजू पटनायक के आदर्श का अनुपालन करते हुए मैं राज्य वासियों के हित के लिए रचनात्मक ढंग से आजीवन कार्य करता रहुंगा केंद्र सरकार आडवाणी और जोशी को दे सकती है यह बड़ी छूट पिछले कुछ दिनों से दामोदर राउत भाजपा से नाराज दिख रहे थे. विजयपुर उप निर्वाचन में भाजपा की स्टार प्रचारक सूची में उनका नाम शामिल नहीं किया गया जिससे उनकी नाराजगी और बढ़ गई और आज उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया. मुकुल रॉय ने सख्त रूख अपनाते हुए राज्यपाल के अपमान पर कही ये बड़ी बात फारूक अब्दुल्ला फिर से किए गए नजरबंद, न्यायिक हिरासत में बेटी आरे जंगल मामलाः आदित्य ठाकरे ने कहा, यह मनुष्य बनाम पर्यावरण की लड़ाई