भारतीय फिल्मों के दिग्गज संगीतकार भूपेन हजारिका की आज पुण्यतिथि है, भूपेन हजारिका का निधन 5 नवंबर 2011 को हुआ था। हजारिका बहुमुखी प्रतिभा के गीतकार, संगीतकार एवं गायक थे। इसके अतिरिक्त वह कवि, फिल्म निर्माता, लेखक, असम की संस्कृति और संगीत के अच्छे जानकार भी थे। भूपेन हजारिका देश के ऐसे महान कलाकार थे जो अपने गाने स्वयं लिखते, संगीतबद्ध करते तथा गाते थे। भूपेन हजारिका के गीतों ने लाखों दिलों को छुआ। अपनी मूल भाषा असमिया के अतिरिक्त उन्होंने हिंदी, बंगला सहित कई भारतीय भाषाओं में गाने गाए। हजारिका का जन्म असम के तिनसुकिया जिले की सदिया में हुआ था। 10 बच्चों में सबसे बड़े, हजारिका को अपनी मां के कारण संगीत से लगाव हुआ। उन्होंने सिर्फ 10 वर्ष की आयु में अपने लिखे गाने को गाया था। साथ ही उन्होंने असमिया सिनेमा की दूसरी फिल्म 'इंद्रमालती' के लिए 1931 में काम किया। उस वक़्त उनकी आयु सिर्फ 12 वर्ष थी। हजारिका ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एमए किया। तत्पश्चात, उन्होंने न्यूयॉर्क की कोलंबिया यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री ली। हजारिका को 1975 में सर्वोत्कृष्ट क्षेत्रीय फिल्म के लिये 'राष्ट्रीय पुरस्कार', 1992 में 'दादा साहब फाल्के पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त उन्हें 2009 में 'असोम रत्न', 'संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड', 2011 में 'पद्म भूषण' जैसे कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। हजारिका हमेशा संगीतकार, गायक, अभिनेता एवं फिल्म निर्देशक के तौर पर सक्रिय रहे। समाज के तमाम गंभीर मुद्दों को उन्होंने फिल्मों और संगीत के जरिए पेश किया। उनकी इसी कला ने उन्हें एक महान गीतकार की फेहरिस्त में लाकर खड़ा कर दिया। फिल्म मिली को देख चौड़ा हुआ अर्जुन का सीना, कह डाली ये बात आखिरकार! जाह्नवी ने खरीद लिया अपने सपनों का घर, कीमत उड़ा देगी आपके होश रिलीज से पहले ही लीक हुई जान्हवी की फिल्म मिली