'मैं बिना किसी दबाव के, तमाम बंधनों से मुक्त होकर, अपनी आत्मा की आवाज पर...आप लोगों के बीच आया हूं.' रोहतक की परिवर्तन महारैली के मंच से यह ऐलान करने वाले प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने संकेत दिए हैं कि हाल-फिलहाल वह कांग्रेस छोडऩे वाले नहीं हैं. हुड्डा ने अभी तक उस 25 सदस्यीय कमेटी का भी गठन नहीं किया, जिसका ऐलान उन्होंने रैली में किया था. इस कमेटी की सिफारिशों के आधार पर हुड्डा अपनी राजनीतिक दिशा तय करने वाले थे. आइए जानते है पूरी जानकारी विस्तार से रविदास मंदिर को लेकर भीम आर्मी का विरोध प्रदर्शन, पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर समेत 91 गिरफ्तार हुड्डा समर्थक विधायकों ने अपने नेता पर पिछले काफी समय से अलग पार्टी बनाने का दबाव बना रखा था. हुड्डा समर्थक चाहते हैं कि प्रदेश कांग्रेस की बागडोर उनके नेता को मिले. ऐसा होता दिखाई नहीं दिया तो उन्होंने हुड्डा को पार्टी छोडऩे के लिए तैयार कर लिया था. राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हुड्डा ने रोहतक रैली में कांग्रेस छोडऩे में किसी तरह की जल्दबाजी नहीं दिखाई और अपनी अगली रणनीति तय करने के लिए २५ सदस्यीय कमेटी गठित करने का ऐलान कर दिया. दिल्ली : सड़क हादसों में पैदल चलने वाले हुए सबसे ज्यादा मौत के शिकार, संख्या कर देगी हैरान आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस कमेटी के गठन को हालांकि हुड्डा की प्रेशर पालिटिक्स से जोड़कर देखा गया, लेकिन विधानसभा चुनाव सिर पर देख हुड्डा और उनके समर्थकों के पास कोई दूसरा चारा भी नहीं था. अब वही हुड्डा समर्थक अपने नेता को पार्टी नहीं छोडऩे की सलाह दे रहे हैं. हुड्डा अगर पार्टी छोड़ देते हैं तो उनके विरोधियों के मंसूबे पूरे हो जाएंगे. इसलिए हुड्डा ने प्रदेश कांग्रेस में बदलाव से जुड़ा कोई भी फैसला हाईकमान तथा उचित समय पर छोड़ दिया है. इसे हुड्डा की मजबूरी भी कहा जा सकता है और रणनीति भी. अस्पताल के बाहर जमकर हुआ इस एक्ट्रेस की कार का एक्सीडेंट, मांगी मदद बिहार पुलिस ने पकड़ा अवैध शराब का बड़ा जखीरा, 672 बोतल शराब के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार जयपुर में पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़, फायरिंग में दो जवान घायल