नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के अंदर नेतृत्व का खतरा जारी है. कई नेताओं ने वर्किंग कमेटी की बैठक से पूर्व जो चिट्ठी बम फोड़ा, उसकी गूंज अभी तक सुनाई पड़ रही है. इस बीच बीजेपी भी कांग्रेस पार्टी में जारी इस तूफान पर निशाना साध दिया है. बुधवार को BJP के सांसद भूपेंद्र यादव ने ट्वीट कर कांग्रेस के उस कथित बयान पर हमला कर दिया है, और जिसमें चिट्ठी लिखने वाले नेताओं पर बीजेपी का साथ देने का इलज़ाम लगा. भाजपा नेता भूपेंद्र यादव ने ट्वीट कर लिखा, ‘पहले कहा- 'चुनाव आयोग भाजपा से मिला हुआ है.' फिर कहा- 'सुप्रीम कोर्ट भाजपा से मिला हुआ है.' उसके उपरांत बोले- 'फेसबुक भाजपा से मिला हुआ है.' हद तो तब हुई जब बोले- 'कांग्रेस के नेता भाजपा से मिले हुए हैं.' जबकि सच ये है कि 'कांग्रेस ही भाजपा से मिली हुई है.' पहले कहा- 'चुनाव आयोग भाजपा से मिला हुआ है।' फिर कहा- 'सुप्रीम कोर्ट भाजपा से मिला हुआ है।' उसके बाद बोले- 'फेसबुक भाजपा से मिला हुआ है।' हद तो तब हुई जब बोले- 'कांग्रेस के नेता भाजपा से मिले हुए हैं।' जबकि सच ये है कि 'भारतीय जनता ही भाजपा से मिली हुई है।' जंहा यह भी कहा जा रहा है कि सोमवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक पूरी की गई, इस बीच नई पीढ़ी और पुरानी पीढ़ी के नेता कई मसलों पर आमने-सामने देखने को मिले. बैठक के बीच ये बात सामने आई कि जिन 23 नेताओं ने नेतृत्व संकट को लेकर चिट्ठी जारी की गई थी, उनपर राहुल गांधी बहुत खफा हुए. इस बीच राहुल गांधी ने कहा कि ये भाजपा की सहायता करने जैसा है. मिली जानकारी के अनुसार राहुल के इसी कथित बयान के उपरांत गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल जैसे नेताओं ने आपत्ति जताई थी. गुलाम नबी आजाद ने इस्तीफे की बात कही तो कपिल सिब्बल ट्वीटर भड़क उठे. हालांकि, बाद में दोनों नेताओं ने ट्वीट कर सफाई दी कि राहुल गांधी ने इस तरह के शब्दों का उपयोग नहीं किया है. लेकिन तबतक तीर कमान से निकल चुका था और इस मसले पर राजनीतिक हंगामा करना शुरू कर दिया. कांग्रेस के इस अंदरूनी संकट पर भारतीय जनता पार्टी भी निरंतर तंज कस रही है और विपक्षी दल को घेर चुके है. यूपी: अध्यक्ष पद के चुनाव नामांकन में मचा हड़कंप, सपाइयों पर हुआ लाठीचार्ज यूपी: आजम खां के करीबी गुड्डू मसूद हुए गिरफ्तार, मिली कई अहम सूचनाएं 'दिल्ली दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन को VVIP सुविधा देने की तैयारी, पत्नी को चुनाव का टिकट देगी आप'