लॉकडाउन और कोरोना संकट के बीच राजनीतिक स्तर पर हर राज्य का सीएम कुछ बेहतर करने का प्रयास कर रहा है. वही, छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल कैबिनेट में फेरबदल की अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं. 90 सदस्यीय विधानसभा होने के कारण 13 से ज्यादा मंत्री नहीं बनाए जा सकते. इस वजह से चर्चा चेहरे बदलने की हो रही है. राज्य के तीन संभागों से एक-एक मंत्रियों की छुट्टी होने बात कही जा रही है. मंत्रियों की छुट्टी कामकाज के आधार पर करने की तैयारी है. राज्य में कांग्रेस की सरकार बने करीब 18 महीने हो गए हैं. केंद्र से मदद मांगने पर कुमार विश्वास ने केजरीवाल को घेरा, जमकर सुनाई खरी-खरी आपकी जानकारी के लिए बता दे कि प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने मंत्रिमंडल के गठन के समय ही स्पष्ट किया था, कि मंत्रियों के कामों की हर साल समीक्षा होगी. उन्होंने कहा था कि पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी चाहते हैं कि मंत्रियों के कामों की समीक्षा कर मंत्रिमंडल में बदलाव किया जाए. यह समीक्षा लगातार होनी चाहिए. पुनिया ने कहा था कि हर मंत्री को कम से कम एक साल काम करने के लिए जरूर मिलेगा. इस आधार पर इन 18 महीनों में विधानसभा में सदन के अंदर से लेकर बाहर तक मंत्रियों के प्रदर्शन की लगातार समीक्षा की गई है. अमेरिका में प्रारंभ हुआ प्रदर्शन का दौर, कोरोना फैलने का खतरा बढ़ा इसके अलावा राज्य कैबिनेट में रायपुर और बस्तर संभाग का प्रतिनिधित्व करने वाले महज एक-एक मंत्री हैं. वहीं, बिलासपुर संभाग से दो और सरगुजा संभाग से तीन मंत्री हैं. सबसे ज्यादा छह मंत्री अकेले दुर्ग संभाग के हैं. इसके बावजूद कैबिनेट से जिन मंत्रियों के छुट्टी करने की चर्चा है, उनमें दुर्ग संभाग से एक भी नाम नहीं है. सत्ता के गलियारे में कैबिनेट के बदलाव को लेकर जो चर्चा में है उसमें सरगुजा, बिलासपुर और बस्तर संभाग से एक-एक चेहरे बदलने की है. इनमें से दो मंत्रियों को लेकर कई शिकायतें भी हैं. एक मंत्री के करीबियों पर पिछले कुछ दिनों से लगातार कार्यवाही भी हो रही है. रूस में फटा कोरोना बम, एक दिन में सामने आए 9 हज़ार नए केस कोरोना से बुरी तरह प्रभावित स्पेन में आखिरी बार बढ़ेगा लॉकडाउन, पीएम ने किया ऐलान क्या कभी अंतरिक्ष में घर बसा पाएगा इंसान ?