मुंबई: महाराष्ट्र की गढ़चिरौली पुलिस और माओवादियों के बीच बुधवार (17 जुलाई) को एक बड़ी मुठभेड़ हुई। जिसमे सुरक्षाबलों ने 12 माओवादियों को ढेर कर दिया और कई स्वचालित हथियार बरामद किए। छत्तीसगढ़ सीमा के पास वंडोली गांव के पास 12-15 माओवादियों के डेरा डाले होने की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के जवाब में गढ़चिरौली से सुबह करीब 10 बजे शुरू हुआ यह अभियान शुरू किया गया। इस अभियान में पुलिस उपाधीक्षक (ऑपरेशन) के नेतृत्व में सात C60 टीमें शामिल थीं, जिन्हें माओवादी शिविर के बारे में विस्तृत खुफिया जानकारी मिलने के बाद इलाके में भेजा गया था। दोपहर में शुरू हुई मुठभेड़ में भारी गोलीबारी हुई जो देर शाम तक रुक-रुक कर जारी रही और छह घंटे से अधिक समय तक चली। भीषण गोलीबारी के दौरान गढ़चिरौली पुलिस 12 माओवादियों को ढेर करने में सफल रही। लड़ाई के बाद इलाके की तलाशी में सात स्वचालित हथियार बरामद हुए, जिनमें तीन एके-47 राइफल, दो इंसास राइफल, एक कार्बाइन और एक एसएलआर शामिल हैं। मारे गए माओवादियों में डीवीसीएम लक्ष्मण आत्राम भी शामिल है, जिसे टिपागड़ दलम का प्रभारी विशाल आत्राम भी कहा जाता है। वहीं, मुठभेड़ के दौरान सी60 यूनिट के एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर (PSI) और एक जवान को गोली लगी। सौभाग्य से, उनकी चोटें जानलेवा नहीं हैं। दोनों घायल कर्मियों को घटनास्थल से निकाल लिया गया है और फिलहाल नागपुर में उनका इलाज चल रहा है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। 'कर्नाटक की नौकरी में स्थानीय लोगों को 75% आरक्षण देंगे..', ऐलान करने के बाद कांग्रेस सरकार को क्यों वापस लेना पड़ा फैसला ? '100 लाओ सरकार बनाओ..', भाजपा को अखिलेश यादव का खुला ऑफर, आखिर क्या हैं इसके मायने ? कट्टरपंथियों के आगे झुकी तमिलनाडु सरकार, संविधान की धज्जियाँ उड़ाकर रोका मुहर्रम का जुलुस, जानिए मद्रास हाई कोर्ट ने क्या कहा ?