मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय ने संजय राउत (Sanjay Raut) को हिरासत में ले लिया है। बीते 8 घंटे से प्रवर्तन निदेशालय उनके घर पर छानबीन कर रही थी। प्रवर्तन निदेशालय ने यह छापेमारी पात्रा चॉल घोटाले से जुडे़ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की थी। रविवार को प्रवर्तन निदेशालय की टीम प्रातः 7 बजे राउत के भांडुप स्थित घर पर पहुंची थी। वही प्रवर्तन निदेशालय की टीम के पहुंचने के बाद संजय राउत के अधिवक्ता भी उनके घर पहुंच गये थे। बाहर काफी समर्थक भी जमा हो गए थे। प्रवर्तन निदेशालय ने संजय राउत पर जांच में सहयोग न करने का आरोप लगाया था। मिल रही खबर के अनुसार, जब उन्हें जांच एजेंसी ने अपने साथ प्रवर्तन निदेशालय दफ्तर चलने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि वे मौजूदा सांसद हैं। उन्होंने 7 अगस्त तक का वक़्त मांगा था। मगर अब प्रवर्तन निदेशालय उनको गिरफ्त में लेकर अपने साथ ले जा सकती है। छापेमारी के समय संजय राउत ने सफाई दी थी कि एक जिम्मेदार सांसद के तौर पर उन्हें संसद सत्र में हिस्सा लेना है तथा इसलिए वह 20 और 27 दिनांक को प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं हुए। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने 7 अगस्त तक का वक़्त मांगा है तथा अगर उस दिन तलब किया जाता है तो वह प्रवर्तन निदेशालय के अफसरों के सामने पेश होंगे। इससे पहले 27 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय ने मामले में संजय राऊत को समन भेजकर पूछताछ के लिए हाजिर रहने को बोला था, लेकिन फिर भी राउत पेश नहीं हुए थे तथा उन्होंने पेशी से छूट मांगी थी। मगर तब प्रवर्तन निदेशालय ने इसे कबूल नहीं किया था। 'अगर आप सभी आज जिंदा हैं तो वह नरेंद्र मोदी की देन...', इस नेता ने दिया बड़ा बयान कैश कांड में गिरफ्तार हुए कांग्रेस के 3 विधायक राजनीतिक वंशवाद से लड़ना हमारी सबसे बड़ी चुनौती: BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा