संभल: उत्तर प्रदेश के संभल की शाही जामा मस्जिद के सर्वे के चलते हुई हिंसा के मामले में एक और मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिया गया है, जबकि पुलिस कार्रवाई निरंतर जारी है। अब तक पुलिस ने पत्थरबाजी करने वाले 100 लोगों की पहचान की है तथा 27 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो महिलाएं भी सम्मिलित हैं। पुलिस ने हिंसा के संबंध में 12 FIR दर्ज की हैं। पुलिस के मुताबिक, शाही जामा मस्जिद क्षेत्र, नखासा एवं हिंदूपूरा खेड़ा के इलाकों से अधिकतर लोग पत्थरबाजी में सम्मिलित थे। इन आरोपियों की पहचान CCTV फुटेज एवं स्थानीय निगरानी के आधार पर की गई है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में 14 साल से लेकर 72 साल तक की उम्र के लोग सम्मिलित हैं तथा उन पर गंभीर धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और फोटो जिला अधिकारी के आधिकारिक समूह में जारी किए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि इस हिंसा में मृतक 4 लोगों के परिवारों ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर अभियोग पंजीकृत किया गया है। संभल हिंसा मामले में दर्ज एक FIR में पुलिस ने सांसद जियाउर्रहमान बर्क एवं स्थानीय MLA के बेटे सुहैल इकबाल पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों ने पुलिसकर्मियों पर जान से मारने की नीयत से हमला किया था। FIR में सांसद जियाउर्रहमान और सुहैल को क्रमशः आरोपी नंबर एक और आरोपी नंबर दो के रूप में नामित किया गया है। यह घटना उस वक़्त हुई जब अदालत के आदेश पर टीम दूसरी बार सर्वे करने पहुंची थी। कुछ देर पश्चात् भीड़ ने टीम पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, तत्पश्चात, पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और बल का इस्तेमाल करना पड़ा। इस के चलते प्रदर्शनकारियों ने आगजनी भी की। घटना में एसपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। ‘तुम कमल फूल में वोट दिया है, तुमको...’, INDI-गठबंधन के जीतते ही शुरू हुई इस्लामी-गुंडागर्दी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर दर्दनाक सड़क हादसा, शादी से लौट रहे 5 डॉक्टरों की हुई मौत रॉयल-फैमिली में विवाद पर आई लक्ष्यराज सिंह की प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?