ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के तुफ्तान क्षेत्र में हाल ही में गोलीबारी की एक गंभीर घटना हुई है, जिसने पूरे देश में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है। इजरायली एयर स्ट्राइक के बीच हुए इस हमले ने ईरान की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा की गई इस फायरिंग में ईरानी फाराजा फोर्स के 10 जवान मारे गए हैं। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, "अज्ञात तत्वों" ने फोर्स पर हमला किया। हालांकि, सरकारी एजेंसी ने हमले के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है तथा बताया कि इस पर जल्द ही विस्तृत बयान जारी किया जाएगा। अफसरों ने अब तक हमले के लिए किसी भी संदिग्ध की पहचान नहीं की है तथा न ही किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। शनिवार को इजरायल ने ईरान के कुछ सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें कम से कम दो लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई थी। सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत ईरान के संवेदनशील क्षेत्रों में से एक है, जहां लंबे वक़्त से जातिगत और राजनीतिक हिंसा होती आ रही है। इस क्षेत्र में बलूच अलगाववादियों तथा धार्मिक चरमपंथियों की गतिविधियों की खबरें भी अक्सर आती हैं, जो ईरानी शासन के लिए समस्याएं उत्पन्न करती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, सीस्तान-बलूचिस्तान पुलिस ने शनिवार को पुष्टि की कि हथियारबंद आतंकवादियों ने पुलिस पेट्रोलिंग टीम के साथ मुठभेड़ की। इस घटना के पश्चात्, ईरान के गृह मंत्री ने मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की है, जिससे इसके विभिन्न पहलुओं की गहराई से जांच की जा सके। तुफ्तान शहर, नुक्काबाद शहर के केंद्र में स्थित है तथा यह सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत के प्रमुख शहरों में से एक है। यह क्षेत्र कई सालों से सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है तथा यहां के हालात अक्सर तनावपूर्ण रहते हैं। इस घटना के पश्चात् सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त कर दिया गया है तथा नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की गई है। अफसर इस दुखद घटना के पीछे के कारणों को समझने तथा दोषियों को पकड़ने के प्रयास में जुटे हैं। जम्मू कश्मीर में पलटा सेना का वाहन, एक जवान शहीद, 13 घायल हेमंत सोरेन की भाभी पर कांग्रेस विधायक की अश्लील टिप्पाणी! क्या JMM देगी कोई जवाब? 'मदनी ने मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाया..', CPIM नेता की किताब में सनसनीखेज दावे