भारत की अग्रणी ऑनलाइन किराना प्लेटफॉर्म BigBasket अपने गोदामों और सामान की डिलीवरी के लिए 10,000 लोगों को काम पर रखेगी. दरअसल, BigBasket चाहती है कि लॉकडाउन में उसके पहले के आर्डर की जल्द से जल्द डिलीवरी हो जाए और नया आर्डर भी तुरंत पहुंचाया जा सके. ऑनलाइन ग्रॉसरी प्लेटफॉर्म ग्रोफर्स भी 10,000 लोगों की नियुक्ति कर रही है. कोरोना का कहर, मार्च महीने में तेजी से गिरे तेल और खाद्य पदार्थों के दाम इस प्लान को लेकर बिगबास्केट के उपाध्यक्ष तनूजा तिवारी ने कहा कि, 'हम अपने गोदामों और सामान की डिलीवरी के लिए 10,000 लोगों को नियुक्त करना चाहते हैं. यह हायरिंग उन सभी 26 शहरों में होगी, जहां हम अपनी सेवाएं देते हैं.' उन्होंने यह भी कहा कि सभी शहरों में काम को लेकर दबाव है, क्योंकि चुनौतियां टीयर I शहरों में अधिक हैं. भारतीय इकॉनमी को बड़ा झटका देगा कोरोना, ADB ने घटाया आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान आपकी जानकारी के लिए बता दे कि देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की वजह से ई-कॉमर्स कंपनियों को आर्डर पहुंचाने में दिक्कत हो रही है. वही, सरकार ने ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों के माध्यम से खाद्य फार्मास्यूटिकल्स और चिकित्सा उपकरण सहित आवश्यक सामानों की डिलीवरी की अनुमति दी है, लेकिन, कंपनियों के डिलीवरी स्टाफ को पुलिस द्वारा परेशान किए जाने की शिकायत लगातार मिल रही है. स्थानीय अधिकारियों द्वारा गोदामों को बंद करने और ट्रक को राज्य की सीमाओं से बहार जाने से रोकने से ई-कॉमर्स कंपनियों का कार्य बाधित हो रहा है. रिलायंस को आन पड़ी पैसों की जरुरत, इस तरह करेगी 25 हज़ार करोड़ का बन्दोबस्त भारत की मदद के लिए आगे आया वर्ल्ड बैंक, कोरोना से लड़ने के लिए देगा इतने करोड़ डॉलर कोरोना ने दिया घर खरीदने का सुनहरा मौका, कीमतों में आ सकती है भारी गिरावट