पटना: बिहार भाजपा को बड़ा झटका लगा है. पार्टी की प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है. राजीव रंजन ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को पत्र लिखकर इस्तीफा दिया है और पार्टी द्वारा दिए गए दायित्वों से मुक्त करने का अनुरोध किया है. राजीव रंजन ने कहा है कि, ‘इस इस्तीफे को स्वीकार कर मुझे पार्टी प्रदत दायित्वों से मुक्त करें.’ राजीव रंजन ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि, बिहार भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदर्शों से पूरी तरह भटक चुकी है. पीएम नरेंद्र मोदी की सबका साथ-सबका विकास की बात सिर्फ कहने तक ही सीमित हो रह गई है. भाजपा में आज पिछड़ा,अतिपिछड़ा व दलित समाज के विरोधी तत्व हावी हो चुके हैं. जो नेता पिछड़े समाज के नहीं है, वह भी इस समाज के नाम पर दशकों से सत्ता सुख का लाभ ले रहे हैं। इनके चहेते चंद नेताओं के अलावा पार्टी में पिछड़ा,अतिपिछड़ा और दलित समाज के नेताओं का इस्तेमाल सिर्फ झंडा उठाने तक सीमित कर दिया गया है, जो पीएम मोदी की नीतियों की सरासर उपेक्षा है. बता दें कि, राजीव रंजन को पार्टी द्वारा निलंबित किए जाने की भी बात सामने आ रही है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, भाजपा से उन्हें छह वर्षों के लिए निलंबित कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि पार्टी लाइन से अलग बयानबाजी के लिए उनपर यह एक्शन लिया गया है. भाजपा प्रदेश इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि पार्टी की नीति के विरुद्ध बयान देने को लेकर पहले भी उन्हें चेतावनी दी गई थी. मगर उन्होंने अपने रुख में सुधार नहीं किया. इसके बाद उन्हें भाजपा से तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया है. 'राहुल गांधी ने खुद कई बार तोड़े प्रोटोकॉल, सुरक्षा में नहीं हुई कोई चूक..', दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट यू टर्न लेंगे गुलाम नबी आज़ाद, राहुल पर हमले कर छोड़ी थी कांग्रेस, अब करेंगे वापसी ? 'बिहार के नाम पर पेट में दर्द क्यों?', मोदी पर पप्पू यादव ने बोला हमला