नई दिल्ली। केरल में आई सदी की सबसे भीषण बाढ़ त्रासदी में सैकड़ो लोगों मौत और करोड़ों का नुकसान होने के बाद देश भर की सरकारों और पर्यावरणविदों ने यह सोचना शुरू कर दिया है कि क्या इस भीषण बाढ़ के लिए भारी बारिश के साथ किसी प्रकार की मानवीय गलती का हाथ तो नहीं है और क्या भविष्य में ऐसी बाढ़ के खतरों को काम किया जा सकता है। केरल की मदद में केंद्र से आगे निकला यूएई, 700 करोड़ देने का किया ऐलान इस दौरान बाढ़ की वजह को लेकर एक गंभीर बात सामने आयी है कि जिन बांधो को बाढ़ को नियंत्रित करने की दलीले दे कर बनाया जाता है, असल में कई बार वही बाँध बाढ़ के लिए जिम्मेदार होते है। दरअसल ज्यादा पानी एकत्रित करने के लालच में सरकार अक्सर बड़े-बड़े बाँध बनवा देती है जिनमे बहुत बड़ी मात्रा में पानी होता है। और कभी कभार अत्यंत तेज बारिश या भूकंप जैसी वजहों से बांध फुट जाता है और आस-पास के इलाको में बाढ़ आ जाती है। केरल बाढ़: क्या होती है "राष्ट्रीय आपदा" जिसपर हो रहा है इतना हंगामा इसके अलावा बाँधो से बाढ़ के हालत में बढ़ोतरी होने की वजहों में कुछ मानवीय गलतियाँ भी है जिसमे से सबसे बड़ी लापरवाही होती है डेम के गेट को वक्त-वक्त पर न खोलना। दरअसल डेम के गेट्स को सही समय पर नहीं खोलने से उसमे बहुत ज्यादा पाना जमा हो जाता है जिस वजह से डेम के फूटने या ओवरफ्लो होने का खतरा बना रहता है। केरल में बाढ़ की चपेट में साढ़े तीन सौ से ज्यादा लोगों की मौत और हजारों करोड़ की संपत्ति नष्ट होने के बाद अब धीरे-धीरे यह बात साफ हो रही है कि राज्य के बांधों ने इस प्राकृतिक आपदा की गंभीरता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई थी. हालांकि इसमें बांधों का प्रबंधन करने वाली एजेंसियां भी कम जिम्मेदार नहीं हैं. लेकिन राज्य के 30 से ज्यादा बांधों से एक साथ भारी मात्रा में पानी छोड़ने ने बाढ़ की भयावहता को बढ़ा दिया. पर्यावरणविद माधव गाडगिल के मुताबिक केरल में बाढ़ के इस भीषण रूप लेने की एक वजह यह भी है कि राज्य में 30 से ज्यादा बांधो से सही वक्त पर पानी नहीं छोड़ा जाता था और जब बारिश अत्यंत तेज हो गयी तो फिर सभी 30 बांधो से एक साथ पानी छोड़ दिया गया। एक साथ भारी मात्रा में पानी छोड़ने ने बाढ़ की भयावहता को बढ़ा दिया। इसी तरह कुछ समय पहले दिल्ली में आयी भीषण बाढ़ की वजह भी हथिनीकुंड बांध से भरी मात्रा में पानी छोड़ा जाना ही थी। ख़बरें और भी केंद्र सरकार ने क्यों ठुकराई यूएई की 700 करोड़ की मदद ? केरल बाढ़ : अपनी शादी छोड़ बाढ़ में फंसे लोगों की मदद करने पंहुचा ये अभिनेता तेलंगाना में भारी बारिश, चार लोगों की मौत, 83 मकानों को नुकसान