मुंबई: महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. सभी राजनीतिक पार्टियां अपने विधायकों को एकजुट करने एवं ‘क्रॉस वोटिंग' से बचने की जद्दोजहद में लगी हुई हैं. इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी ने अपने विधायकों के साथ बैठक की. इसके चलते विधायकों को बताया गया कि उन्हें किस प्रकार से वोट करना है. सादे कागज पर मतदान करने का रंगीन प्रशिक्षण दिया गया. इसके साथ ही वरिष्ठ विधायकों को निर्देश दिए कि वो ध्यान रखे कि किसी का वोट बर्बाद न हो. महाराष्ट्र विधान परिषद की 11 सीटों के लिए 12 जुलाई को वोटिंग होनी है. जिसके लिए 12 प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं. वोटों के बंटवारे से बचने के लिए शिवसेना शिंदे गुट, भाजपा, उद्धव ठाकरे, अजीत पवार की NCP ने अपने विधायकों को होटलों में रखा है. बता दें कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद महा विकास अघाड़ी का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है. हालांकि, विधान परिषद चुनाव में भाजपा का महागठबंधन भी मजबूत दिख रहा है. इसलिए भाजपा महागठबंधन 11 में से 9 सीटों पर जीत दर्ज करता नजर आ रहा है, किन्तु इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि लोकसभा चुनाव के परिणामों के पश्चात् बदले माहौल में शिवसेना एवं अजित पवार की पार्टी NCP के कुछ विधायक पाला बदल सकते हैं. यदि ऐसा होता है तो इसका फायदा महा विकास अघाड़ी को प्राप्त होगा. वहीं सपा एवं AIMIM के पास कुल 3 विधायक हैं. ऐसे में यदि वे महा विकास अघाड़ी का समर्थन करते हैं तो उनकी जीत की संभावना और बढ़ जाएगी. हालांकि, AIMIM की रणनीति अभी स्पष्ट नहीं है. इसके अतिरिक्त बच्चू कडू की प्रहार जन शक्ति पार्टी एवं प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी के पास कुल 6 MLA हैं. इनकी तरफ से किया गया समर्थन और विरोध महा विकास अघाड़ी की जीत पर प्रभाव डाल सकता है. 'मुझे बचा लो, मेरी पत्नी के 5 पति', शिकायत लेकर एसपी दफ्तर पहुंचा शख्स इंदौर में मशहूर कारोबारी की बेटी हुई लापता, ढूंढने पर इस हालत में मिली पति के काले रंग के कारण पत्नी ने उठाया बड़ा कदम, जानकर होगी हैरानी