उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन से एक शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही की घटना सामने आई है यहाँ सीएम राइस स्कूल ने विद्यार्थियों के परिणाम घोषित होने के बाद भी उन्हें मार्कशीट नहीं दी है. इसके कारण छात्रों को दूसरे स्कूलों में दाखिला नहीं मिल पा रहा है. जब मामला बिगड़ा तो आनन-फानन में स्कूल द्वारा हाथ से कागज पर लिखकर परिणाम दिया गया. सीएम स्कूल की यह घटना ख़बरों में बनी हुई है. हैरत की बात यह है कि बच्चों को सिर्फ पास और फेल की खबर दी जा रही है. उनका प्रदर्शन कैसा रहा इसका उन्हें कोई पता नहीं है. स्कूल की लापरवाही को लेकर शिक्षा विभाग की प्रभारी संयुक्त संचालन ने तहकीकात कराने की बात कही है. पूरी घटना मक्सी रोड स्थित सीएम राइज शासकीय श्री जाल सेवा निकेतन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उज्जैन की है. यहां पर बीते ढाई महीने से कक्षा छठी एवं सातवीं में पढ़ने वाले बच्चे अपने वार्षिक परीक्षा के परिणाम के लिए चक्कर लगा रहे हैं. अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय में हमारे बच्चों की पढ़ाई पूरी हो चुकी है, किन्तु उन्हें अभी तक परिणाम नहीं दिया गया है. बच्चे अब अन्य विद्यालयों में दाखिला लेने के लिए पहुंच रहे हैं तो वहां उनसे इस वर्ष का परिणाम मांगा जा रहा है. बावजूद इसके सीएम राइज स्कूल द्वारा उन्हें निरंतर चक्कर लगाने के बाद भी रिजल्ट नहीं दिया जा रहा है, जिसकी वजह से बच्चों को अन्य विद्यालयों में दाखिला नहीं मिल पा रहा है. स्कूल के बच्चों का अब तक परिणाम नहीं दिए जाने की वजह से उनके दाखिले में आ रही समस्याओं को देखते हुए स्कूल के प्राचार्य प्रदीप देशपांडे ने प्रमाणीकरण सर्टिफिकेट बनाना आरम्भ कर दिया है. उनका कहना है कि संबंधित बच्चो ने इस वर्ष परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है. वरिष्ठ कार्यालय से अभी इसके रिजल्ट प्राप्त नहीं हुए हैं. परिणाम आते ही बच्चों को प्रदान कर दिए जाएंगे, किन्तु इसके पहले बच्चों को इस प्रमाणीकरण सर्टिफिकेट के जरिए विद्यालय में प्रवेश दिया जाए. इस मामले में शिक्षा विभाग की प्रभारी संयुक्त संचालन रमा नाहटे ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में आया है. जल्द ही इस मामले को दिखावाती हूं तथा बच्चों को परिणाम मिलने में जो भी समस्या आ रही है इसे दूर करवाने की कोशिश करती हूं. नए आपराधिक कानूनों पर अमित शाह की प्रेस वार्ता, बोले- ग्वालियर में दर्ज हुई पहली ऑनलाइन FIR लोकसभा से विपक्ष ने क्यों कर दिया वॉकआउट ? राहुल गांधी और स्पीकर ओम बिरला में फिर बहस संसद के बाहर INDIA गठबंधन का विरोध प्रदर्शन, नेताओं पर ED-CBI की कार्रवाई का विरोध