गुजरात विधानसभा के चुनाव अभी समाप्त नहीं हुआ है. जी हां .चुनाव के नतीजों को लेकर गुरुवार को दायर 20 याचिकाओं ने गुजरात की राजनीति में भूचाल खड़ा कर दिया है. गुरुवार को गुजरात हाईकोर्ट में अलग-अलग लोगों द्वारा 20 याचिकाएं दायर की गई हैं, जिसमें 5000 से कम अंतर के वोटों से जीती गई सीटों के नतीजों को चुनौती दी गई है. दिलचस्प बात ये है कि इसमें 16 सीटें ऐसी हैं जिसमें जीत का अंतर 3000 वोट से भी कम है. चुनौती दी गई सीटों में अहमदाबाद की धोलका से चुनाव जीते केबिनेट मंत्री भुपेन्द्र सिंह चुडासमा, कांटे की टक्कर वाली पोरबंदर की सीट जहां बाबु बोखेरीया ने अर्जुन मोढवाडिया को हराया, गोधरा की बीजेपी के सीके राउजी की सीट जिसमें वो महज 250 वोट के अंतर से चुनाव जीते. इसके अलावा गुजरात की दानी लिमड़ा सीट पर जीत दर्ज करने वाले कांग्रेस विधायक शैलेश की जीत को भी चैलेंज किया गया है. करीब 20 अलग-अलग याचिकाओं के द्वारा विधानसभा चुनाव के नतीजों को चैलेंज किया गया है. गुजरात हाईकोर्ट में आज इस मामले में अलग-अलग वकीलों के जरिये याचिका दायर की गई, जिसमें पूर्व आईपीएस अधिकारी राहुल शर्मा प्रमुख याचिकाकार्ता हैं. उन्होंने कोर्ट में कांग्रेस और बीजेपी के सभी उन नेताओं की जीत के खिलाफ याचिका दायर की है जिनकी जीत का अंतर 5000 वोट से कम है. गुजरात हाई कोर्ट जल्द ही इस मामले में सुनवाई शुरू करेगी. इन याचिकाओं ने फ़िलहाल गुजरात की सियासत को झकझोर दिया है, आने वाले दिनों में इन याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान गुजरात में राजनीतिक उथल-पुथल से इंकार नहीं किया जा सकता. कर्नाटक में राहुल की जनता के घोषणा पत्र की तैयारी मणिशंकर अय्यर ने अब क्या कह दिया ? पीएम ने दिए त्रिपुरा के विकास के तीन सूत्र