भोपाल: कोरोना महामारी ने पुरे देश में हड़कंप मचा रखा है वही मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) के 102 चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। बुधवार को 186 चिकित्सकों के नमूनों का टेस्ट किया गया था, जिसमें से एक साथ 102 चिकित्सक संक्रमित पाए गए हैं। 102 चिकित्सकों के एक साथ संक्रमित पाए जाने के पश्चात् ना सिर्फ एम्स में बल्कि पूरी राजधानी में हंगामा मच गया है। दरअसल, एम्स भोपाल में कुल जमा तकरीबन 500 डॉक्टर हैं। इनमें से 300 जूनियर चिकित्सक हैं। शेष पैरामेडिकल और नर्सिंग स्टाफ हैं। इतनी बड़ी संख्या में एम्स के चिकित्सकों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के पश्चात् कहा जा रहा है कि एम्स में एडमिट रोगी भगवान भरोसे हैं। हालांकि एम्स प्रबंधन ने दावा किया है कि एम्स में पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधाएं हैं, इसलिए चिकित्सकों के संक्रमित पाए जाने का रोगियों के इलाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा। आपको बता दें कि इसके पहले भी एम्स के डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, लेकिन 102 चिकित्सकों का एक साथ पॉजिटिव रिपोर्ट आना हालात की गंभीरता की तरफ संकेत देता है। वही दूसरी तरफ देश में कोरोना के केस बेहताशा गति से बढ़ रहे हैं. हर प्रदेशों से आने वाले नए मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। इसी के चलते पीएम नरेंद्र मोदी ने कल सभी मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा भी की। आज 1 लाख 32 हजार के तकरीबन नए मामले सामने आए हैं, जो कि एक दिन में रिकॉर्ड है। बीते 24 घंटे में 780 मौतें हुई हैं। महाराष्ट्र में सबसे अधिक खराब हालात है। कई प्रदेशों में पाबंदियां लगाई गई हैं। ज्यादातर जगह नाइट कर्फ्यू लगा हुआ है। उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में नाईट कर्फ्यू की घोषणा के बाद सरकारी और गैर सरकारी दफ्तरों में भीड़ कम करने के लिए भी यूपी सरकार बड़ी घोषणा कर सकती है। भारत की अनुमति के बगैर अमेरिका ने लक्षद्वीप के पास किया युद्धाभ्यास, बिगड़ सकते हैं रिश्ते हड़ताली कर्मचारियों से हाथ जोड़कर बोले सीएम येदियुरप्पा- 'बसें चला दो' मुख़्तार अंसारी की पत्नी की याचिका पर 'सुप्रीम' सुनवाई टली