वित्तीय संकट में फंसी रीयल एस्टेट कंपनी Unitech की अधूरी परियोजनाओं को लेकर सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाने की तैयारी कर डाली है जो आने वाले समय में एक नजीर बन सकती है।ऐसे में कंपनी का मैनेजमेंट अपने हाथ में लेने के बाद सरकार की योजना अब जल्द से जल्द इस कंपनी की अधूरी आवासीय व कमर्शियल परियोजनाओं को पूरा करने की है।इसके अलावा सोमवार को सरकार की तरफ से इस बारे में विस्तृत मसौदा सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश किया जा सकता है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट में सरकार की ओर से पेश किया जाने वाला मसौदा बेशक यूनिटेक से जुड़ा है, परन्तु इसके बड़े निहितार्थ हैं। सरकार के प्रस्ताव पर कोर्ट की मुहर लगने के बाद रीयल एस्टेट सेक्टर की अधूरी पड़ी 1,600 परियोजनाओं के लिए भी नया रास्ता खुल सकता है। वही सरकार की मंशा स्पष्ट है कि यूनिटेक के मामले को अन्य रियल एस्टेट कंपनियों के लिए एक नजीर के तौर पर पेश किया जाए। वही इस दिशा में यूनिटेक के बाद सरकार जेपी समूह की अटकी परियोजनाओं पर कदम उठा सकती है। कंपनी मामलों का मंत्रालय अभी जेपी समूह को लेकर नेशनल कंपनी लॉ टिब्यूनल (एनसीएलटी) के फैसले का इंतजार कर रहा है। वही सब ठीक रहा तो जेपी समूह की परियोजनाओं में बुकिंग कराने वाले ग्राहकों को राहत देने का भी एलान जल्द किया जाएगा। सरकार के प्रस्ताव के अनुसार यूनिटेक में सरकार अपनी ओर से कोई पैसा नहीं लगाएगी, हालाँकि अधूरी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए बैंकों से ऋण लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि देश में बीते कुछ वर्षों में प्रोजेक्ट्स पूरा नहीं होने के कारण रीयल एस्टेट सेक्टर को बड़ा धक्का लगा है। इकॉनमी को लेकर गडकरी ने तोड़ी चुप्पी, कहा- 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना कठिन... सोने-चांदी की कीमतों में बड़ा परिवर्तन, जानिए क्या है आज का भाव SBI ने ग्राहकों को दिया दोहरा झटका, FD के बाद अब RD के ब्याज पर चलाई कैंची