नई दिल्ली: भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच का बोलना है कि पूंजी बाजार नियामक का काम नई पीढ़ी की प्रौद्योगिकी कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के लिए मूल्य सुझाने का बिलकुल भी नहीं है। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने बोला है कि कंपनियों को इस बारे में अधिक खुलासा करना चाहिए कि कैसे मूल्यांकन IPO पूर्व नियोजन और निर्गम के लिए मांगे गए मूल्य के बीच बदल गया। दरअस नई पीढी की कंपनियों के कुछ IPO में पैसा लगाने के उपरांत आम निवेशकों को इसम बहुत हानि हुई है। जिससे संकेत गए हैं कि कंपनियों ने काफी ऊंची कीमतों पर इश्यू बाजार में उतारा था। उद्योग मंडल फिक्की द्वारा आयोजित सालाना पूंजी बाजार सम्मेलन को संबोधित करते हुए बुच ने मंगलवार को बोला है कि टेक कंपनियों के IPO के मूल्य को लेकर बहुत कुछ बोला जाता है। आप किस मूल्य पर IPO लाना चाहते हैं यह देखना आपका कार्य है। हमारा इसके बारे में सुझाव देने का काम नहीं है। सेबी की पहली महिला प्रमुख बुच ने उदाहरण देते हुए बोला है कि कोई कंपनी निवेशकों को 100 रुपये प्रति शेयर के भाव पर शेयर बेच रही है। लेकिन कुछ माह के उपरांत जब वह IPO लाती है, तो 450 रुपये का भाव मांगती है। उन्होंने बोला है कि कंपनी ऊंचा दाम मांगने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन उसे यह खुलासा करना चाहिए कि इस दौरान की अवधि में ऐसा क्या हुआ है जिससे शेयर का भाव इतना बढ़ चुका है। देखने में आया है कि नई पीढ़ी की प्रौद्योगिकी कंपनियों के ऊंचे मूल्यांकन से खुदरा निवेशक सबसे ज्यादा प्रभावित हो गया है। भुगतान मंच पेटीएम का शेयर सूचीबद्धता के कुछ हफ्ते में ही IPO के निर्गम मूल्य का एक-तिहाई रह चुका है। हालिया घटनाक्रमों पर प्रश्न पूछे जाने पर बुच ने बोला है कि निवेश बैंकरों को इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नियामक नियमन बनाते समय अपने रुख को लोकतांत्रिक रखेगा और यह सिर्फ आंकड़ों के आधार पर काम करेगा। उन्होंने इस बारें में बोला है कि पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत सेबी ने प्रत्येक ऐसे विभाग में एक से तीन अधिकारियों की नियुक्ति की है जिनका मुख्य स्रोत क्षेत्र नियमन पर ऐसे विचार लाना है इससे उद्योग प्रसन्न हो सके।उन्होंने कहा कि नियामक सेबी कानून में बदलाव करना चाहता है जिससे यह नियामकीय सैंडबॉक्स में संभावित विचारों का परीक्षण भी कर सकते है। भारत सरकार के इस फैसले से चीन में मचा हाहाकार ! इस बैंक पर 'ताला' लगाने जा रही RBI, अगर आपका भी है खाता, तो नहीं निकाल पाएंगे पैसा मुकेश अंबानी ने एक साथ खरीदी 2 कंपनी, जानिए कितने करोड़ो में हुई डील?